राज्य सभा में वक़फ़ा सिफ़र के दौरान ऐवान की कार्रवाई को दो बार मुल्तवी करना पड़ा क्योंकि ए आई ए डी एम के अरकान ने श्रीलंकन हुकूमत की वैब साईट पर वज़ीर-ए-आला तमिलनाडु जयललिता के ख़िलाफ़ एक तौहीन आमेज़ मज़मून की इशाअत पर ज़बरदस्त एहतेजाज किया था जो नारेबाज़ी करते हुए ऐवान के वस्त तक पहुंच गए जिस पर सदर नशीन हामिद अंसारी को ये कहने पर मजबूर होना पड़ा कि अरकान पार्लियामेंन का बरताओ उन के ओहदों को जे़ब नहीं देता।