जय पाल रेड्डी के क़लमदान (राज्य के मंत्री का पद) में तबदीली सज़ा के मुतरादिफ़: शरद यादव

नई दिल्ली, ३१ अक्टूबर ( पी टी आई) जे डी (यू) ने आज जय पाल रेड्डी को पेट्रोलीयम की वज़ारत से हटाकर साईंस‍ ओ‍ टेक्नालोजी की वज़ारत का क़लमदान ( राज्य के मंत्री का पद/ Portfolio) दिए जाने पर मर्कज़ी हुकूमत को शदीद तन्क़ीद का निशाना बनाया जा रहा है ।

याद रहे कि हाल ही में मर्कज़ी काबीना (cabinet) में 2014 के आम इंतिख़ाबात (चुनाव) से क़बल इमकानी आख़िरी रद्दोबदल की गई है । जे डी ( यू) का कहना है कि सनअती देवक़ामत कंपनी रिलाइंस को ख़ुश करने की पादाश (Charge/ बदले) में जय पाल रेड्डी का बतौर सज़ा क़लमदान तबदील किया गया है ।

सदर पार्टी शरद यादव ने मीडीया नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि हमारी ज़िंदगी जब तक बाक़ी है उस वक़्त तक हम शायद ऐसा दौर भी देखेंगे जहां रिलाइंस जैसी एक कंपनी हुकूमत से भी ज़्यादा ताक़तवर होगी। उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि जय पाल रेड्डी जैसे दियानतदार वज़ीर को सिर्फ इस लिए सज़ा दी गई क्योंकि उन्होंने क़ौमी मुफ़ाद ( राष्ट्र हित) को अज़ीज़ रखा ।

शरद यादव भी किसी ज़माने में जय पाल रेड्डी के साथ रह चुके हैं । ये उस वक़्त की बात है जब दोनों का ताल्लुक़ जनता दल से था । उन्होंने कहा कि ये बात वो वसूक़ (यकीन) से कह सकते हैं कि यू पी ए में जय पाल रेड्डी से ज़्यादा दयानतदार वज़ीर कोई और नहीं ।

इस मौक़ा पर उन्होंने पेट्रोलीयम के नए वज़ीर वीरप्पा मोईली को भी उन के ब्यान फ़ैसले जल्द किए जाएंगे पर शदीद तन्क़ीद का निशाना बनाया और कहा कि आजलाना फ़ैसलों के नाम पर लूट मार की हरगिज़ इजाज़त नहीं दी जाएगी । ये बात वीरप्पा मोईली को हमेशा अपने ज़हन में रखना चाहीए ।

ठीक है हम मानते हैं कि काबीना (मंत्री मंडल) में रद्दोबदल वज़ीर-ए-आज़म की ईमा (संकेत/ इशारे) पर हुआ लेकिन इन रद्दोबदल के साथ क़ौमी मुफ़ाद को फ़रामोश नहीं करना चाहते । क़ौमी मुफ़ाद को हमेशा अव्वलीन तर्जीह (प्रधानता) दिए जाने की ज़रूरत है । बहरहाल काबीना ( Cabinet) में रद्दोबदल से जहां बाअज़ वुज़रा मुतमईन हैं वहीं बाअज़ वुज़रा नाख़ुश भी हैं और वो अपनी नाराज़गी का खुल कर इज़हार नहीं कर रहे हैं ।