जराइम की रोक थाम के लिए मुम्किना इक़दामात की हिदायत

वीजीबल पुलिस तरीका-ए-कार से जराइम में कमी का इमकान है, वरंगल आई जी इंजनी कुमार ने ये बात कही। करीमनगर पुलिस हेड क्वार्टर्स में ज़िलई पुलिस ओहदेदारों के साथ मुनाक़िदा जायज़ा इजलास में उन्होंने ख़िताब करते हुए कहा कि ज़िला पुलिस ओहदेदारों को जराइम की रुम थाम की हर मुम्किना कोशिश करनी चाहीए।

ज़िला में ग़ैर समाजी सरगर्मीयों के इंसेदाद पर ख़ुसूसी तवज्जा दें और ग़ैर समाजी अनासिर को गिरफ़्तार करते हुए उन्हें सख़्त से सख़्त सज़ा देने की कोशिश की जानी चाहीए।कहीं से भी ग़ैर समाजी सरगर्मीयों की मुसद्दिक़ा इत्तिला मिलने पर फ़ौरी हरकत में आते हुए अचानक धावे करने का आई जी ने मश्वरा दिया। अमन-ओ-अमान की बरक़रारी के लिए ज़िला पुलिस सब डीवीजनल ओहदेदारों को मुफ़ीद मश्वरे दिए। इस मौक़ा पर ज़िला में हुए जराइम चोरी, डकैती और नक़्सलाईट सरगर्मीयों के ताल्लुक़ से ओहदेदारों के साथ तफ़सीली जायज़ा लिया।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के घने जंगलात में दो रोज़ पहले हुए एनकाउंटर में 15 माविस्टों की मौत के वाक़्या की वजह से ज़िला में पुलिस को चौकस रहने की ज़रूरत है क्योंकि हो सकता है कि माविस्ट इंतेक़ामी जज़बा के तहत कहीं ना कहीं गड़बड़ और नुक़्सान पहुंचाने की कोशिश करेंगे। छत्तीसगढ़ रियास्ती सरहद पर तलाशी जारी रखने का मश्वरा दिया। इस जायज़ा इजलास में करीमनगर डी आई जी संजय कुमार जैन, एस पी रवींद्र, एस पी इंतेज़ामीया बी जनार्धन रेड्डी और एस डी विक्रम जीत दगल, डी एस पी सतह के ज़िलई ओहदेदार शरीक थे।