रमजान के मुबारक महीने में दुनिया भर के देश अपने नागरिकों के लिए जितना ज़्यादा हो सके उतना आराम और खुशियां देने की कोशिश करते हैं। इसकी उदारण आप सऊदी अरब में देख सकते हैं जहाँ किसी भी मजदूर को रमज़ान के महीने में धूप में काम करने की मनाही का हुक्म दिया गया है वहीँ गैर-मुस्लिम देश जर्मन की सरकार ने भी इस पावन महीने की एहमियत को समझते हुए जर्मनी भर में मुस्लिम बिजनेसमैन लोग जो जर्मनी में रेस्टोरेंट और होटल चलाते हैं से रमज़ान के महीने में कोई टैक्स नहीं वसूलने का ऐलान किया है।
जर्मन सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक यह फैसला देश में रह रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया है। जिसके पीछे का मकसद यह है की देश में कोई भी नागरिक खासकर मुस्लिम भूखा न रहे।