जलजले के झटके से बिहार में 48 की मौत, 85 से ज्यादा लोग जख्मी

कल आए ज़लज़ला के बाद से बिहार में लोग काफी दहशत में रहे। कई लोगों ने घर के बाहर रात गुजारी। फिर जलजला की खदशा के मद्देनजर पटना के गांधी मैदान में कई फैमिली वालों ने रात बितायी। जलजला से रियासत भर में 48 लोगों की मौत हुई है। हालांकि, आफत इंतेजामिया ने 32 लोगों के ही मरने और 81 लोगों के जख्मी होने की तसदीक़ की है। मरकज़ी हुकूमत ने जलजला में मारे गये लोगों के खानदान को दो-दो लाख मुआवजा देने की एलान की है। गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने भी रियासत में जलजला से मारे गए लोगों के फैमिली को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की एलान की है।
मौसम महकमा के मुताबिक सनीचर को दिन के 11 :41 बजे से रात 11:15 तक 25 बार झटके आये आये। इस दरमियान वाट्सएप्प ग्रुप की तरफ से सोशल मीडिया पर रात में रेक्टर पैमाने पर 13.5 से ज़्यादा तेज़ जलजला आने की फैलायी गयी अफवाहों की वजह से पटना में लोग घरों से निकल कर गांधी मैदान व दीगर पार्को में आ गये और पूरी रात बैठे रहे। इसके मद्देनजर आफत इंतेजामिया के प्रिंकिपल सेक्रेटरी व्यासजी और डीजीपी पीके ठाकुर ने लोगों से दरख्वास्त की कि ऐसे शरारती लोगों से अलर्ट रहें। उन्होंने कहा कि ऐसे अनासिर की शिनाख्त कर एफ़आईआर दर्ज की जायेगी और उन्हें गिरफ्तार किया जायेगा।

जलजला के पहले झटके के बाद आसमान में बादल छाने लगे और रुक-रुक कर बारिश होने लगी। शाम तक हालत आम हो पाया। जलजला से सबसे ज़्यादा जान-माल की नुकसान मशरिकी चंपारण व सीतामढ़ी में हुई है। यहां छह लोगों की मौत हुई है। वैसे तो पूरे रियासत में जलजले के झटके महसूस किये गये, लेकिन नेपाल की सरहद से लगे शुमाली बिहार जिलों में इसकी रफ्तार ज़्यादा महसूस की गयी। इससे कई घर गिर गये। मोबाइल टावर नुकसान हो गये। पटना में कई अपार्टमेंटों में दरारें आ गयीं। कंपन होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल गये और फोन पर अपने रिशतेदारों को हालचाल लेने लगे। हालांकि, कुछ ही देर बाद मोबाइल नेटवर्क ठप हो गया। जलजले के दौरान बेतिया जेल में जान बचाने की अफरा-तफरी में पांच कैदी दूसरी मंजिल से कूद पड़े, जिससे तमाम लोग जख्मी हो गये। इनमें एक संगीन हालत में है।

बेतिया में ही एक्सिस बैंक का मुलाज़िम दूसरी मंजिल से कूद गया, जिससे उसका पैर टूट गया। कटिहार जिले में मालगाड़ी बेपटरी हो गयी, जिससे ट्रैक्टर से उसकी टक्कर हो गयी। सारण जिले के सोनपुर थाने के सैदपुर गांव में जलजले की वजह से दौड़ते हुए अपने स्कूल से घर जा रही पांच साला लड़की की एक घर की दीवार गिरने से उसके नीचे दब कर मौत हो गयी। वहीं, नेपाल की सरहद से सटे सुपौल जिले में एक जेल की दीवार गिर गयी। हालांकि, इसमें किसी के हताहत होने की इत्तिला नहीं है। किशनगंज जिले के सदर थाना के तहत केसरापट्टी इलाके में एक देही बैंक की शाख की चौथे मंजिल की दीवार में जलजला की वजह से दरारें आ गयीं। इसके अलावा जलजला की वजह से कहलगांव, बाढ़ और कांटी वाकेय थर्मल पावर की एक-एक यूनीट ट्रिप कर गयी, जिनकी मरम्मत की जा रही है। आफत इंतेजामिया महकमा के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी व्यासजी ने बताया कि एनडीआरएफ की पांच टीमें मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल और गोपालगंज के लिए रवाना कर दी गयी हैं, जबकि नेपाल की सरहद से सटे जिलों के लिए पूर्णिया, खगड़िया, सीतामढ़ी और मधुबनी में एसडीआरएफ की टीमें भेजी गयी हैं। शुमाली बिहार में गया जिले के लिए भी एसडीआरएफ की एक टीम भेजी गयी है।