काबुल 06 जनवरी: अफ़्ग़ानिस्तान के मशरिक़ी शहर जलालाबाद में नंगरहार में बैरून-ए-मुमालिक कौंसिल ख़ानों के क़रीब धमाका हुआ,जहां पाकिस्तान, हिन्दुस्तान और ईरान के कौंसिल ख़ाने मौजूद हैं।
मीडिया ने सुबाई गवर्नर अता उल्लाह ख़ूग्यानी के हवाले से बताया कि अभी तक किसी हलाकत की इत्तेला मौसूल नहीं हुई। तफ़सीलात के मुताबिक़ अभी तक हमले के निशाने का ताय्युन नहीं हो सका जबकि ताहाल किसी ग्रुप ने हमले की ज़िम्मेदारी क़बूल नहीं की।
दूसरी तरफ अफ़्ग़ान ख़बररसां इदारे ख़ामा प्रेस ने इत्तेला दी है कि इबतिदाई मालूमात के मुताबिक़ धमाका पहले से नसब शूदा बम के ज़रीये किया गया। धमाके के बाद सिक्योरिटी फोर्सेस ने जाये वक़ूअ पर पहुंच कर इलाक़े को घेरे में ले लिया।
दो रोज़ पहले भी अस्करीयत पसंदों ने अफ़्ग़ान शहर मज़ार-ए-शरीफ़ में हिन्दुस्तानी सिफ़ारती मिशन पर धावा बोल दिया था, इस दौरान ज़ोरदार धमाकों और फायरिंग की आवाज़ें सुनी गईं ताहम कौंसिल ख़ाने का अमला महफ़ूज़ रहा। अमेरिका की इत्तेहादी नाटो अफ़्वाज के अफ़्ग़ानिस्तान से इनख़ला-ए- के बाद अफ़्ग़ान तालिबान ने अपनी कार्यवाईयों में इज़ाफ़ा कर दिया है।
मज़ारे शरीफ़ शहर में हिन्दुस्तानी कौंसिल ख़ाने पर हमले के बाद 25 घंटे तक जारी तसादुम के बाद तमाम दहश्तगर्द मारे गए और सिक्योरिटी फ़ोर्सिज़ की मुहिम ख़त्म हो गई।
अफ़्ग़ानिस्तान में हिन्दुस्तानी सिफ़ारतकार ने ट्वीट कर के दहश्तगरदों के ख़िलाफ़ इस कामयाब मुहिम के लिए सूबा बलख़ के गवर्नर की सताइश की और कहा कि सिफ़ारत ख़ाने के तमाम हिन्दुस्तानी मुलाज़िम महफ़ूज़ हैं।