जवाहर लाल नहरू यूनीवर्सिटी साबिक़ तलबा एसोसी एष्ण नेपाल का क़ियाम

कठमनडो 19 दिसमबर (पी टी आई) वज़ीर-ए-आज़म नेपाल बाबू राम भट्टा राय जो बावक़ार जवाहर लाल नहरू यूनीवर्सिटी के साबिक़ तालिब-ए-इल्म हैं अपनी तालिब इलमीके दौर को यूनीवर्सिटी के अहाता में याद करते हुए कहा कि 1980 की दहाई के इबतदा-ए-में उन्हों ने यूनीवर्सिटी में लंच के एक प्रोग्राम का एहतिमाम किया था। 57 साला बाबू राम भट्टा राय ने कहा कि इन की नई दिल्ली की इस यूनीवर्सिटी से जज़बाती वाबस्तगी है जहां कई नामवर सियासत दां और मुहक़्क़िक़ तालीम पा चुके हैं।

हिंदूस्तानी सफ़ीरबराए नेपाल जयंता प्रसाद ने भी साबिक़ तलबा एसोसी एष्ण के नेपाल में क़ियाम के मौक़ा पर तक़रीर करते हुए कहा कि वो भी 1970 की दहाई में इसी यूनीवर्सिटी में तालीम हासिल करचुके हैं। वज़ीर-ए-आज़म भट्टा राय ने कहा कि उन्हें सियासत का पहला सबक़उसी यूनीवर्सिटी में मिला था। वज़ीर-ए-आज़म नेपाल ने जिन्हों ने जवाहर लाल नहरू यूनीवर्सिटी नई दिल्ली से पी एचडी की डिग्री हासिल की है कहा कि उन्हों ने इस यूनीवर्सिटी से बहुत कुछ सीखा है जिस पर वो हक़ीक़ी ज़िंदगी में अमल कररहे हैं।

उन्हें इस यूनीवर्सिटी से इलम हासिल हुआ और उन्हों ने सख़्त मेहनत करना सीखा। वो जवाहर लाल नहरू यूनीवर्सिटी के कल्चर पर अपनी हक़ीक़ी ज़िंदगी में अमल करने की कोशिश कररहे हैं। हिंदूस्तानी सफ़ीर बराए नेपाल जयंता प्रसाद ने कहा कि यूनीवर्सिटी ने मुख़्तलिफ़ किस्म के अफ़राद को बाहम मरबूत करदिया था। साबिक़ तलबा एसोसी एष्ण के क़ियाम की तक़रीब में 50 ता 60 साबिक़ तलबा ने शिरकत की।