क्या बांसकाठा जिले में रह रहीं जशोदा बिन्त चिमनलाल पटेल नरेंद्र मोदी की बीवी हैं? ये सवाल एक बार फिर सुर्खियों में है। कांग्रेस सेक्रेटरी दिग्विजय सिंह ने नरेंद्र मोदी के शादीशुदा होने के तनाजे को एक बार फिर हवा दे दी है। तीन साल पहले भी मोदी और जशोदाबेन के रिश्ते की कहानी उछाली गई थी।
एक अंग्रेजी मैगजीन ने दावा किया था कि नरेंद्र मोदी शादी शुदा हैं और उनकी बीवी जशोदाबेन गुजरात के बांसकाठा जिले के राजोसाना गांव में रहती हैं। हालांकि तब भाजपा के लीडरो ने इसे अपोजिशन की साजिश करार दिया और मोदी ने इस पर चुप्पी साध ली। अब देखना है मोदी इस बार द्विग विजय के सवाल का जवाब देते हैं या चुप रहना ही बेहतर समझते हैं।
नरेंद मोदी शादीशुदा हैं या नहीं, इस ताल्लुक में अब तक दो तरह के दावे किये जाते रहे हैं। ये दोनों दावे कितने पुख्ता हैं, इस ताल्लुक में बहुत कम इत्तेला है। हालांकि दोनों ही दावों में जशोदा बेन को नरेंद्र मोदी की बीवी बताया जाता है। पहले दावे के मुताबिक, जशोदा बिन्त चिमनलाल पटेल 18 साल की उम्र में नरेंद्र मोदी से ब्याही गई थीं।
यह शादी जिला मेहसाणा के वाड नगर गांव में हुई थी।
जब उनकी शादी हुई तब जशोदा महज आठवीं तक पढ़ी थीं। ये बात नरेंद्र मोदी को रास नहीं आई। जशोदा अपने वालिद चिमनलाल पटेल के घर वापस भेज दी गईं। शौहर की खाहिश के मुताबिक, उन्होंने आगे की पढाई शुरु की।
1972 में एसएससी करने के बाद उन्होंने प्राइमरी टीचर का कोर्स किया और अहमदाबाद में एक स्कूल में तीन महीने के लिए पढ़ाया भी। हालांकि इसके बाद भी नरेंद्र मोदी की जिंदगी मे दोबारा वापसी नहीं हो पाई।
23 मार्च 1978 को उन्होंने बांसकाठा जिले के देकवली गांव में एक प्राइमरी स्कूल में पढ़ाना शुरू कर दिया। तीन साल पहले वह बांसकाठा जिले के राजोसाना गांव में रहतीं थीं और वहीं के एक प्राइमरी स्कूल में पढ़ाती थीं जहाँ ज़्यादातर बच्चे मुस्लिम थे।
दूसरे दावे के मुताबिक, नरेंद्र मोदी और यशोदाबेन की शादी बचपन में हुई थी। लेकिन रुखसती (गौना) नहीं हुई। उस जमाने में बाल विवाह की रिवाज था और मोदी की शादी भी इसी रिवाज के तहत हुआ। हालांकि बाद में उनका झुकाव संघ की ओर हो गया और उन्होंने अविवाहित रहने का फैसला किया। यशोदा बेन ने भी मोदी के फैसले का सम्मान किया और उनसे अलग हो गईं। लेकिन उन्होंने भी दोबारा शादी नहीं की।