नई दिल्ली, 20 फरवरी: (पी टी आई) समाजी जहदकार तीस्ता सत्य लौह दुक्के एक साबिक़ा मददगार आज सुप्रीम कोर्ट से रुजू हुए और जस्टिस आफ़ताब आलम को इस बंच से हटा देने की इस्तिदा की जो माबाद गोधरा फ़सादाद केस में मुबय्यना तौर पर सबूत गढ़ने से मुताल्लिक़ मुआमला की समाअत कर रही है जिसमें वो दोनों मुल्ज़िमीन हैं।
रईस ख़ान पठान और तीस्ता को नरोडा केस में सुबूत गढ़ने का मुल्ज़िम बनाया गया। 2002 के इस फ़साद में 11 अफ़राद हलाक हुए थे । रईस ख़ान ने इस्तिदलाल पेश किया कि जस्टिस आलम की जानिब से इस मुआमला में समाअत के दौरान जांबदारी बरते जाने का माक़ूल इम्कान है।