जस्टिस गांगुली Sexual Harassment मामले में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल इंदिरा जयसिंह ने मुतास्सिरा इंटर्न के बयान के कुछ हिस्से को आवामी कर दिए हैं बयान आवामी करते हुए जयसिंह ने कहा कि जस्टिस गांगुली मुसलसल यह कह रहे हैं कि उन्होंने इंटर्न के साथ बेटी की तरह सुलूक किया साथ ही वह मगरिबी बंगाल ह्यूमन राइट कमीशन से भी इस्तीफा नहीं दे रहे जबकि मुतास्सिरा का बयान उनके दावों को खोखला करता है.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में बयान शाय करते हुए जयसिंह ने जस्टिस गांगुली से सवाल किया कि क्या सच में वह अपनी बेटी से भी ऐसा ही सुलूक व्यवहार करते हैं?
गौरतलब है कि चीफ जस्टिस पी. सतशिवम ने मामले में जांच के लिए तीन अरकान की एक कमेटी बनायी थी, जिसके सामने मुतास्सिरा ने तहरीरी और ज़ुबानी बयान दर्ज कराया था |
इंटर्न ने अपने बयान में लिखा है-
‘मुझे रेड वाइन दी और रिलेक्स होने को कहा’
मुतास्सिरा इंटर्न के मुताबिक , ‘जब उस दिन मैं ली मेरेडियन होटल में जस्टिस गांगुली के कमरे में पहुंची तो वहां पहले से एक मर्द और एक खातून मौजूद थी वहां मौजूद पुरुष एआईएफएफ का मेम्बर था, जबकि खातून एक स्टेनोग्राफर| जस्टिस ने मुझसे कहा कि उन्हें एआईएफएफ रिपोर्ट सुबह तक सौंपनी है, इसलिए मैं रात वहीं रुककर काम निपटा लूं | मैंने कहा कि मुझे वापस पीजी लौटना है तो उन्होंने कहा कि आज रात यहीं रुको उन्होंने उस शख्स से होटल में अलग से कमरा बुक करवाने की गुज़ारिश की लेकिन उस शख्स ने कहा कि यह मुम्किन नहीं है.’
‘होटल के कमरे में इंटरनेट काम नहीं कर रहा था, मैंने जस्टिस से कहा कि ऐसे में रिसर्च वर्क नहीं कर पाऊंगी उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हारे क्रिसमस सेलिब्रेशन में दखल दी है उन्होंने मुझे रेड वाइन पीने को दी और रिलेक्स होने के लिए कहा |’
‘वह चाहते थे कि मैं उनके साथ रूम शेयर करूं’
‘यह सब बहुत अजीब था, इसलिए मैं जल्द से जल्द वहां से निकलना चाहती थी लेकिन जस्टिस गांगुली ने मुझे रोक कर कुछ देर बात करने के लिए कहा उन्होंने मुझसे कहा कि लगता है अलग कमरा नहीं मिल पाएगा | ऐसा करो तुम मेरे साथ इसी कमरे में रहो और रातभर में रिपोर्ट फाइनल कर लो.’
‘उन्होंने खूब शराब पी’
‘जस्टिस गांगुली के ऑफर ने मुझे और भी फिक्र मे डाल दिया मैंने उन्हें मना करते हुए कहा कि मैं पीजी जाना चाहती हूं आप मेरे लिए ट्रांसपोर्ट का इंतेज़ाम कर दें उन्होंने कहा कि वह अकेले काम खत्म नहीं कर पाएंगे, इसलिए रुक जाओ लेकिन मैंने फिर मना किया इस दौरान जस्टिस रेड वाइन के कई पैग पी चुके थे और उन्होंने एक और शराब की बोतल निकाल ली थी वह मुझसे भी जल्दी पैग खत्म करने को कह रहे थे | ‘
पीठ पर हाथ रखा और…
‘तकरीबन 10 बजे कमरे में डिनर आया हमने खाना शुरू किया तभी उन्होंने मेरे पीठ पर हाथ रखा और मुझे काम में मदद करने के लिए शुक्रिया कहा उनके ऐसा करने से मुझे अजीब लगा और मैं थोड़ा पीछे हट गई, लेकिन उन्होंने मेरी पीठ से हाथ नहीं हटाया.’
हाथ पर किस किया
‘मैं खाना छोड़कर फिर से काम में जुट गई तभी जस्टिस मेरे पास आए और उन्होंने मेरे सिर पर हाथ रखा और कहा- तुम बहुत खूबसूरत हो उनके ऐसा कहते ही मैं उठकर खड़ी हो गई, लेकिन इससे पहले कि मैं कुछ कह पाती उन्होंने मेरी बांह पकड़ी और कहा- क्या तुम्हें नहीं मालूम कि मैं तुमसे बहुत मुतास्सिर तुम सोच रही होगी कि यह बूढ़ा आदमी नशे में हैलेकिन मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि मैं तुमसे प्यार करता हूं |
जस्टिस के ऐसा कहने पर मैं दूर हटी लेकिन उन्होंने मुझे पकड़ा और मेरे हाथों पर किस किया.’
‘वह लिफ्ट में आए और कहा कि मत जाओ’
‘मैं उनके इरादों को भांप चुकी थी मैं अपना बैग लेकर लिफ्ट की ओर बढ़ी वह भी मेरे साथ आए और कहा कि मत जाओ प्लीज, मैं तुम्हारे बिना काम पूरा नहीं कर पाऊंगा रिस्पेशन पर उन्होंने एआईएफएफ के एक और सदस्य से मिलवाया और उनसे मेरे लिए गाड़ी का इंतेज़ाम कराने को कहा| इस दौरान भी वह मुझसे रुकने की गुजारिश करते रहे लेकिन मैं गाड़ी मैं बैठकर चली गई | ‘
मैसेज कर कहा, सॉरी
‘अगली सुबह मैंने जस्टिस को एसएमएस किया कि मैं उनके साथ काम नहीं कर सकती उन्होंने मुझे कई बार फोन किया, लेकिन मैंने उनसे बात नहीं की तब जस्टिस ने मुझे मैसेज किया और पिछली रात हुए वाकियात के लिए माफी मांगी उन्होंने इसके बाद भी कई बार फोन किया, लेकिन मैंने कोई जवाब नहीं दिया.’