जस्टिस गांगोली के ख़िलाफ़ एफ़ आई आर दर्ज करने का मुतालिबा

कोलकता की एन जी ओ ने दिल्ली पुलिस कमिशनर पी ऐस बसमा को खत‌ लिख कर क़ानून की तालिबा के साथ मुबय्यना जिन्सी हिरासानी के केस में सुप्रीम कोर्ट के साबिक़ जज जस्टिस अशोक कुमार गांगोली के ख़िलाफ़ एफ़ आई आर दर्ज करने का मुतालिबा किया है।

भारत बचाओ संघटन की जानिब से खत‌ पढ़ कर सुनाते हुए कहा गया कि हम इस मामले में एफ़ आई आर दर्ज करने का मुतालिबा करते हैं। हम को आला शख़्सियत के इस केस पर तशवीश है क्योंकि गवाहों और मुतास्सिरा पर दबाओ डाल कर केस को कमज़ोर किया जा सकता है।

एन जी ओ दिल्ली पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन को भी खत‌ लिखा है जहां जिन्सी हिरासानी के पेश आए वाक़िये के मुक़ाम मेरेडियन होटल है। इस तंज़ीम ने पुलिस से मुतालिबा किया कि वो तमाम सबूतों को अपने कंट्रोल में ले। होटल के सी सी टी वी फूटेज को भी हासिल करे।

इस दौरान बी जे पी ने कहा कि वो पार्लियामेंट में जस्टिस गांगोली का मसला उठाएगी जो सुप्रीम कोर्ट के पैनल की जानिब से जिन्सी हिरासानी के मुर्तक़िब हुए हैं। जस्टिस गांगोली उस वक़्त मग़रिबी बंगाल इंसानी हुक़ूक़ कमीशन के चेयरमैन हैं। लोक सभा में अपोज़िशन लीडर सुषमा स्वराज ने टोइटर पर लिखा है कि जो कोई इंसानी हुक़ूक़ की ख़िलाफ़वरज़ी का मुर्तक़िब होता है उसे इस इदारे की क़ियादत की इजाज़त नहीं दी जा सकती।