जस्टिस विक्रमादित्य प्रसाद ने इस्तीफा दिया

रांची 12 जून : झारखंड मुज़ाहेरिन की शिनाख्त करने के लिए कायम कमीशन के सदर रिटायर्ड जस्टिस विक्रमादित्य प्रसाद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने हुकूमत की तरफ से मुन्फी रवैया अपनाने और खुद को बेगैरत महसूस करने की बात कह यह कदम उठाया है। उन्होंने अपना इस्तीफा गवर्नर को भेजा और साथ ही इसके कई वजह बताये हैं।

इनमें कमीशन के मुलाज्मिन को फरवरी से तनख्वाह नहीं मिलना, मुज़ाहेरिन के सिलसिले में मिले दस्तावेज को महफूज रखने के लिए अलमारी तक नहीं देना और कामकाज के लिए उन्हें सेक्रेटरी नहीं देना अहम हैं।

खतूत का जवाब तक नहीं मिला

जुस्टिक विक्रमादित्य प्रसाद ने गवर्नर को लिखे ख़त में कहा है कि उन्होंने इन मसायल के निबटारे और तनख्वाह वगैरह की अदायगी के लिए हुकूमत को कई बार ख़त लिखा। पर कोई कदम नहीं उठाया गया। खतों का जवाब तक नहीं दिया गया।

इससे वह खुद को बेइज्जत महसूस कर रहे हैं। कमीशन के काम और वसायल का म्वाजना करते हुए उन्होंने लिखा है कि कमीशन को सूई से भूसा हटाने की जिम्मेवारी दी गयी है। इन हालात में उनके लिए काम करना मुमकिन नहीं है।