हैदराबाद ०९। जून : ( प्रैस नोट ) : एल्डर्स थिंक टैंक का मुशावरती इजलास ज़ेर-ए-सदारत जनाब आसिफ़ पाशाह मदीना एजूकेशन सैंटर नामपली में मुनाक़िद हुआ । जनाब के ऐम आरिफ़ उद्दीन नायब सदर ने ख़ैर मुक़द्दम करते हुए कहा कि 5 रियास्तों के इंतिख़ाबात के मरहला पर सयासी मक़सद बरारी के लिए 4.5 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात का ऐलान किया गया था । जिस का शदीद रद्द-ए-अमल हुआ ।और ये मसला क़ानूनी कशाकश की नज़र हो गया ।
मर्कज़ी हुकूमत अक़ल्लीयतों के किसी भी मसला पर संजीदा नहीं रही । यू पी और पंजाब के इंतिख़ाबी नताइज हुकूमत और अवाम दोनों के लिए सबक़ हैं । अक़ल्लीयतों के मसाइल की पज़ीराई के लिए इलाक़ाई सयासी जमातों का इस्तिहकाम ज़रूरी है । हुकूमत के तीक़नात नाक़ाबिल भरोसा हैं । क़ानूनसाज़ी के ज़रीया 10 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात दीए जाने से भी हुकूमत मुस्लमानों का एतिमाद हासिल करसकती है ।
जनाब भास्कर बीनी ऐडवोकेट ने कहा कि इबतदा-ए-में पसमांदा तबक़ात को जो तहफ़्फुज़ात दीए गए वो दरहक़ीक़त मज़हब की बुनियाद पर ही दीए गए थे । अता अल्लाह ऐडवोकेट ने कहा कि मुस्लमानों की पसमांदगी अज़हर मन अश्शम्स है इसी लिए 10 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात दीए जाने चाहिऐं । डाक्टर ख़ुरशीद अली ने कहा कि मुल़्क हमा मज़हबी-ओ-हमा लिसानी मुलक है । मुस्लमानों को पसमांदा रख कर मुल़्क की तरक़्क़ी का दावा नहीं किया जा सकता ।
जनाब मीर क़ासिम अली अर्जुन ऐवार्ड याफ़ता ने कहा कि जस्टिस सच्चर कमेटी का क़ियाम मर्कज़ी हुकूमत की ईमा पर ही अमल में आया था । लेकिन हुकूमत कमीशन के सिफ़ारिशात पर अमल करने संजीदा नहीं है । मौलाना हामिद मुहम्मद ख़ां सदर एम पी जे ने कहा कि डाक्टर बी आर अंबेडकर ने क़ानूनसाज़ी के ज़रीया तहफ़्फुज़ात हासिल किए लेकिन मुस्लिम क़ियादत आज तक क़ानूनसाज़ी के ज़रीया तहफ़्फुज़ात हासिल ना कर सकी ।
जस्टिस सच्चर कमेटी सिफ़ारिशात को पार्लीमैंट में आज तक पेश नहीं किया गया । इस लिए हुकूमत मुस्लमानों के एतिमाद से महरूम होचुकी है । इबतदा-ए-में जनाब अली उद्दीन अंसारी जनरल सैक्रेटरी ने साबिक़ मीटिंग और अब तक की कारकर्दगी से हाज़िरीन को वाक़िफ़ करवाया । जनाब आसिफ़ पाशाह सदर इजलास ने कहा कि मर्कज़ी हुकूमत में सयासी अज़म का फ़ुक़दान है । और हुकूमत सिर्फ ज़बानी वाअदा पर इकतिफ़ा-एकर रही है ।
हुकूमत ने आज तक सिफ़ारिशात को पार्लीमैंट में पेश नहीं किया । जिस से मुस्लमानों में अदमे इअतिमाद का पैदा होना फ़ित्री अमल है । क़ानूनसाज़ी के ज़रीया दस फ़ीसद तहफ़्फुज़ात ही से मुस्लमानों का एतिमाद बहाल होगा । जनाब सलीम दलित लीडर , जनाब ख़्वाजा मुईन उद्दीन , यम ए समीअ ,-ओ-दीगर अहबाब ने मुबाहिस में हिस्सा लिया । भास्कर बीनी के इज़हार-ए-तशक्कुर के बाद मीटिंग का इख़तताम अमल में आया ।।