बारकस हमला केस में जनाब मुहम्मद बिन उम्र याफ़ई अल-मारूफ़ मुहम्मद पहलवान कल मंगल यक्म मई को अदालत की हिदायत के मुताबिक़ ख़ुद को क़ानून के सपुर्द कर देंगे । मुहम्मद पहलवान कल 10:30 बजे सुबह मस्जिद आलीया उम्र गुलशन शादी ख़ाना चंदरायन गुट्टा चौराहा से अपने रफ़क़ा के हमराह नामपल्ली रवाना होंगे और क्रीमिनल कोर्ट में ख़ुद को मजिस्ट्रेट के रूबरू पेश करदेंगे । मुहम्मद पहलवान ने बताया कि क़ानून की पासदारी इन का नसब -उल-ऐन है और वो अदालत की हिदायत के मुताबिक़ ख़ुदसुपुर्दगी इख़तियार कर रहे हैं । उन्हों ने कहा कि हर कोई इस बात से वाक़िफ़ है कि 30 अप्रैल 2011को मुख़ालिफ़ीन ने उन्हें बातचीत के बहाने तलब कर के उन के जवाँसाल भतीजे इबराहीम बिन यूनुस याफ़ई को शहीद कर दिया और मज़ीद दो भतीजों को हमला में शदीद ज़ख़मी कर दिया गया जो कई दिन तक मौत-ओ-ज़िंदगी की कश्मकश में मुबतला रहे ।
इन हालात के बावजूद वो क़ानून का एहतिराम करते हैं और उन्हें यक़ीन है कि उन्हें अदालत से ज़रूर इंसाफ़ मिलेगा । मुहम्मद पहलवान ने तमाम बहीख्वाहों और हमदर्दों से अपील की कि जिस तरह साबिक़ में मुसीबत की घड़ी और नाज़ुक लमहात में दुआओं के ज़रीये उन के हौसले क़ायम रखे थे और बातिल का मुक़ाबला करने की हिम्मत अता की थी इसी तरह अब भी उन्हें उन के अफ़राद ख़ानदान और रफ़क़ा को दुआओं से सरफ़राज़ करें ।