ज़ाहिद अली ख़ान के हाथों अरबिक कैलीग्राफी एक्सहिबिशन का इफ़्तेताह

हैदराबाद 12 अप्रैल: जनाब ज़ाहिद अली ख़ान एडिटर रोज़नामा सियासत ने महबूब हुसैन जिगर हाल अहाता रोज़नामा सियासत में तारीकी में रोशनी बिखेरने वाले पुरकशश तोगरों की आठ रोज़ा नुमाइश का इफ़्तेताह किया। उन्होंने इस मौके पर इन तोगरों की तारीफ करते हुए कहा कि उनमें बाज़ तोग़रे एसे हैं कि उन पर नक़्श आयतें काबा शरीफ़ पर लिखी गई हैं।

ये तोग़रे रात के अंधेरे में रोशनी और नूर से चमकते हैं। उन्होंने इस सिलसिले में मुहम्मद अलीउद्दीन इमतियाज़ और मुहम्मद आज़म मक़बूल को मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में पहली मर्तबा इस नौईयत के तोग़रे रोज़नामा सियासत की सरपरस्ती और तआवुन से तैयार किए गए हैं।

ज़ाहिद अली ख़ान ने इस मौके पर फ़रोख़त शूदा तोग़रे मुख़्तलिफ़ अश्ख़ास को पेश किए। उन्होंने मुहम्मद फसीउद्दीन जनरल सेक्रेटरी गुलिस्तान उर्दू हैदराबाद हालमुक़ीम दुबई को दो तोग़रे पेश किए जो उन्होंने 2200रुपये की क़ीमत अदा कर के हासिल की है।

ज़ाहिद अली ख़ान ने क़ुरआ अंदाज़ी बॉक्स में रसाइलद डालें । इफ़्तेताह के मौके पर आबिद सिद्दीक़ी सदर एमडिएफ़ अहमद सिद्दीक़ी मुकेश नाज़िम अली मुहम्मद अबदुर्रहीम उसमान बिन अली के अलावा अस्हाब-ओ-ख़वातीन की बड़ी तादाद मौजूद थी।

ये नुमाइश 18 अप्रैल तक 4 बजे से 6 बजे तक रहेगी। 150 तोगरों की फ़रोख़्तगी पर लक्की डरा निकलेगा और ख़ुशनसीब के लिए मुफ़्त उमरा पैकेज फ़राहम किया जाएगा।इमतियाज़ ने बताया कि ये तोग़रे दुक्कानात और मकानात में ख़ैर-ओ-बरकत के लिए हैं जिन्हें दीवार पर लग‌या जा सकता है।उनकी चमक दमक कभी भी मांद नहीं पड़ती क्युं कि उनकी तैयारी में जर्मनी का मटेरियल इस्तेमाल किया गया है।