आन्ध्र प्रदेश में 18 असैंबली और एक लोक सभा नशिस्त पर ज़िमनी इंतिख़ाबात के जून में इनइक़ाद के ताल्लुक़ से सी पी आई और सी पी ऐम के माबैन लफ़्ज़ी तकरार शुरू हो गई है। सूरत-ए-हाल उस वक़्त तल्ख़ हो गई जब सी पी आई रियास्ती सेक्रेट्री के नारायाना ने ज़िमनी इंतिख़ाबात के सिलसिला में सी पी आई एम के खु़फ़ीया एजेंडा का शुबा ज़ाहिर किया है।
सी पी आई का ये एहसास है कि ज़िमनी इंतिख़ाबात की इतनी ज़्यादा एहमीयत नहीं चुनांचे इस ने पार्टी उम्मीदवार नामज़द ना करने का फ़ैसला किया है। इस के बरअक्स तेलुगु देशम की ताईद का ऐलान किया ताकि हुक्मराँ कांग्रेस और वाई ऐस आर कांग्रेस का मोसर तौर पर मुक़ाबला किया जाय। के नारायाना ने कहा कि बाएं बाज़ू उम्मीदवारों की नामज़दगी से सिर्फ मुख़ालिफ़ हुकूमत वोट तक़सीम होंगे और इस का फ़ायदा कांग्रेस या वाई ऐस आर कांग्रेस को होगा।
ताहम सी पी आई ऐम ऐसे हल्क़ों में जहां इस का मौक़िफ़ मुस्तहकम है, अपने उम्मीदवार नामज़द करने के हक़ में है। सी पी आई एम रियासती सेक्रेट्री बीवी राघवेलू ने के नारायाना के तबसरा पर शदीद रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए वाज़िह मौक़िफ़ पेश करने का मुतालिबा किया। उन्हों ने कहा कि सी पी एम को किसी खु़फ़ीया एजंडा की ज़रूरत नहीं है क्यों कि वो कोई भी काम खु़फ़ीयातौर पर नहीं करती।