ज़िला बीदर में 15 साल के बाद बदतरीन ख़ुशकसाली

बारिश का मौसम शुरू हो कर एक महीना हो गया है लेकिन इस एक महीने में बारिश ना होने की वजह से बीदर के किसान बहुत ही बुरे हालात से गुज़र रहे हैं , एसी ख़ुशकसाली 100 साल के बाद आई है इस महीने में बारिश 150 मिलीमीटर होना था लेकिन सिर्फ़ 42 मिलीमीटर बारिश हुई है जिस की वजह से किसानों की बीज पीरनी रुक गई है , लिहाज़ा बीदर ज़िला को ख़ुशक साली से मुतास्सिरा ज़िला क़रार देते हुए सरकार किसानों को एक एकऱ् को 10 हज़ार रुपये का मावज़ह जा री करे।

ये बात मारूफ़ सियासी-ओ-समाजी कारकुन डी के सदराम ने बताई। वो एक प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब कर रहे थे। उन्होंने बताया कि बीदर ज़िला में बारिश नहीं होने की वजह से इंसान ही नहीं बल्कि जानवर भी बहुत ही बुरे हालात का शिकार हो गए हैं अवाम को पिने का पानी नहीं मिल पा रहा है तो जानवरों को भी पानी के साथ साथ चारा भी नहीं मिल पा रहा है , उन्हें हालात को देखते हुए साबिक़ वज़ीर-ओ-बीदर के रुकने असेंबली-ओ-बी डी सी सी बंक के सदर गरपादिपाना गुमार पली ने किसानों को मुश्किलात से राहत देने के लिए उनके बंक से जो एक लाख 18 हज़ार किसान क़र्ज़ हासिल किए थे इन सभी को बिना सूद के मज़ीद 25 फीस क़र्ज़ देने का एलान किया है हम इस एलान का ख़ैर मुक़द्दम करते हैं और गरपादिपाना गुमार पली से अपील करते हैंके वो एलान करदा क़र्ज़ अंदरून 15 दिन् किसानों तक पोंछाए तो किसानों को बड़ी राहत पोंछेगी , लेकिन इसके बाद देते हैं तो किसानों को इतना फ़ायदा नहीं पहुंच पायगा जो अब पहुंच सकता है