ज़िला महबूबनगर के क्रेडिट प्लान को क़तईयत

महबूबनगर, 01 अप्रेल: कल जमाते मुस्लिम क़ाइदीन राबिता कमेटी के क़ाइदीन मुहम्मद तक़ी हुसैन तक़ी, मिर्ज़ा क़ुद्दूस बेग ने दफ़्तर कमेटी पर मुनाक़िदा सहाफ़ती कान्फ़्रेंस में कहा कि ज़िला इंतिज़ामिया की जानिब से साल 2014-15 का क्रेडिट प्लान जिसे ज़िला कलेक्टर ने 29 मार्च को जारी किया है 300 करोड़ का है। प्लान में किसानों के लिए 2400 करोड़, ख़वातीन ग्रुपस के लिए 500 क्रूर, एस सी, एस टी तबक़ात के लिए 24 करोड़, बी सी तबक़ात के लिए 26 करोड़ रुपये के क़र्ज़ा जात की इजराई का निशाना रखा गया है।

इस पूरे प्लान में अक़ल्लियतों बिलख़ुसूस मुसलमानों के लिए किसी किस्म का कोई ज़िक्र नहीं किया गया है। बड़े ताज्जुब और अफ़सोस की बात है। इन क़ाइदीन ने बताया कि रियासती हुकूमत जहां अक़ल्लियतों की तरक़्क़ी-ओ-फ़लाह -ओ-बहबूद के लिए कोशिशें कर रहे हैं तो ज़िला इंतिज़ामिया ने हुकूमत के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। इन क़ाइदीन ने ज़िला कलेक्टर से मुतालिबा किया कि वो इस प्लान पर अज़ सर-ए-नौ ग़ौर करें और मुसलमानों की बेरोज़गारी के ख़ातमा, असेम्बली हलक़ा जात के लिए फी कस एक करोड़ और हलक़ा असेम्बली महबूबनगर के लिए दो करोड़ रुपये के क़र्ज़ा जात की फ़राहमी का निशाना मुक़र्रर करें।

आख़िर में इन क़ाइदीन ने बताया कि मुख़्तलिफ़ कमेटियों और क़ाइदीन ने सिफ़ारिश की है कि मुल्क के मुसलमान दीगर पसमांदा तबक़ात के मुक़ाबले में ज़्यादा पसमांदा हैं। चुनांचे मुसलमानों की पसमांदगी का ख़ातमा और उन की तरक़्क़ी हुकूमत और ज़िला इंतिज़ामिया की अव्वलीन तर्जीह होनी चाहिए।