ज़िला मीदक से 209 लोगों का हज्ज मे जाने के लिए इंतिख़ाब

* मुक़द्दस सफ़र पर रवान्गी के लिए हज सोसाइटी की रहनुमाई
ज़हीराबाद। मुल़्क की दुसरी रियास्तों के जिलों की तरह 2001 की आबादी की बुनयाद‌ पर हज्ज 2012 को हज में जाने वालों का इंतिख़ाब हुवा।

इस‌साल ज़िला मीदक के 209 लोगों को हज में जाने के लिए तय किया गया और हज्ज के कोटा से 185 पिछले चार साल से मुंतख़ब ना होने वाले लोग‌ और 70 साल से जयादा उमर के 24 लोगों का इंतेख़ाब अमल में आया। साल 2012 तय किये गए लोगों को हाजि सय्यद शाह अज़ीज़ उद्दीन कादरी सदर हज सोसाइटी मीदक ने मुबारकबाद देते हुए कहा कि हज एक मुक़द्दस इबादत है जो माल्दार लोगों के लिए अल्लाह को खुश करने का ज़रीया है, जिस का दार-ओ-मदार नीयत, हुक़ूक़ अल्लाह और हुक़ूक़ उल-ईबाद , सब्र के साथ साथ ज़कात, क़ुर्बानी, आमाल हसना में है।

हज मालि और जिस्मानी इबादतों के मजमूए का नाम है जो अल्लाह के मुंतख़ब बंदों के लिए अल्लाह का इनाम है। 2012 में ह्ज में जाने वालों की सहूलत के लिए ज़िला के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर हज तर्बीयती केम्प लगाने का इरादा है। ज़िला भर में अपने क़रीबी मुक़ाम से हाजियों कि रहनुमाई के लिए रुजू होसकते हैं।

संगा रेड्डी: जनाब सुलेमान सूफ़ी 9490621551, मीदक : ख़्वाजा मुईन उद्दीन 8897630608, गजवील: जनाब मुहम्मद ग़ौस, सिद्दी पेट: जनाब मुहम्मद निज़ाम उद्दीन, पट्टन चीरो: हाजी हाफ़िज़ सलीम उद्दीन, नारायण खेड़ : जनाब अबदुल्लाह क़ुरैशी, कोहीर: डाक्टर मुस्तफ़ा इक़बाल। जनाब डाक्टर सय्यद ग़ौस उद्दीन ने हज्ज में जाने के लिए तय होने वालों को मुबारकबाद देते हुए कहा कि मुंख़बा कार्ड बैंक रैफ़रैंस नंबर वसूल होने के बाद 5100की पहली क़िस्त फ़ी आज़िम स्टेट बैंक आफ़ इंडिया कि मदद‌ से चालान के जरीये हज कमेटी इंडिया, मुंबई के नाम जमा करवादें।

हाजी मुहम्मद ताज उद्दीन मोतमद नशरो इशाअत हज सोसाइटी मीदक के मुताबिक‌ एक अदद पासपोर्ट साइज़ फ़ोटो जो सफ़ैद बयाक गराउन्ड पर मुश्तमिल हो, असली पासपोर्ट, चालान के साथ हज कमेटी इंडिया मुंबई के नाम रवाना करें।

मज़ीद रहनुमाई के लिए डाक्टर सय्यद ग़ौस उद्दीन से फ़ोन नंबर399965126और अल्हाज मुहम्मद ताज उद्दीन से 7702550266 पर रब्त पैदा किया जा सकता है।