हैदराबाद 30 जुलाई: चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने अपने वादे के मुताबिक़ सौतेली माँ के ज़ुलम का शिकार लड़की परतीवशा को सरकारी रिहायश गाह मदऊ किया।
इस से पहले हाईकोर्ट ने ओहदेदारों को हिदायत दी थी कि परतीवशा को चीफ़ मिनिस्टर की रिहायश गाह ले जाया जाये। के सी आर और उनकी अहलिया ने परतीवशा से इज़हार-ए-हमदर्दी की और उन्हें ये तमानीयत दी के आइन्दा कोई उन्हें ग़म नहीं पहुंचा सकेगा।
के सी आर और उन के अफ़रादे ख़ानदान ने ख़ैरसिगाली का मुज़ाहरा करते हुए परतीवशा के साथ लंच किया। उस वक़्त डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर के श्री हरी, वज़ीर-ए-दाख़िला एन नरसिम्हा रेड्डी भी मौजूद थे।
के सी आर ने उस लड़की से कहा कि वो अपने माज़ी को फ़रामोश करदे और ज़िंदगी की नई शुरूआत करे। उन्होंने ख़ुद अपने फ़ोन नंबर्स दिए और कहा कि जब भी इस का दिल चाहे घर पर इस का ख़ौरमक़दम होगा। बादअज़ां ओहदेदारों ने परतीवशा को हॉस्टल मुंतक़िल कर दिया।
उन्होंने डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर के श्रीहरी को परतीवशा की तालीम की ज़िम्मेदारी और इस का ख़्याल रखने की हिदायत दी। उन्होंने 5लाख रुपये की रक़म फ़ौरी मंज़ूर की जो इस के एकाऊंट में जमा कराई जाएगी।
वाज़िह रहे कि ये लड़की अपनी सौतेली माँ और बाप के बदतरीन ज़ुलम का शिकार थी। क़ब्लअज़ीं उसे अवीर ग्लोबल हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने के बाद हाईकोर्ट ले जाया गया जहां चीफ़ जस्टिस ने तक़रीबन 25मिनट तक परतीवशा से बात और हक़ायक़ की आगही हासिल की।