जाकिर नाइक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर सम्मन का जवाब देने के लिए तैयार

मुंबई 22 फरवरी: जाकिर नाइक ने रुकमी हेर-फेर के मुक़द्दमे के तहत अपने खिलाफ जारी सम्मन का जवाब दिया है और कहा कि वह किसी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के ज़रीये अपना जवाब देने तैयार हैं।

नाइक के वकील महेश मूले ने कहा कि ” मेरे मुवक्किल स्काइप या किसी भी अन्य इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से कोई भी बयान देने तैयार हैं जो आप की जांच में मदद मिल सकती है। ” इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक जाकिर नाइक ने अपने वकील के नाम पत्र में ये खुलासा किया गया है।

नाइक ने कहा कि वह एक एनआरआई हैं और उन्हें कोई सम्मन नहीं मिला है, लेकिन कहा कि 2 फरवरी को उनके भाई ने सम्मन प्राप्त किया था जो उनके (नाइक) से 9 फरवरी को एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के कार्यालय में हाज़िरी के लिए कहा गया था। नाइक ने दावा किया कि यह पत्र बजा तौर पर सम्मन कहलाने के मुनासिब नहीं था। उन्होंने एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट से ये दरख़ास्त किया कि उन्हें किसी भी सवाल से पहले गै़रक़ानूनी सरगर्मीयों के रोकथाम से मुताल्लिक़ कानून के ट्रिब्यूनल के अहकाम का इंतजार किया जाए। नाइक के गैर सरकारी संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर पिछले साल पांच साल पाबन्दी लगा दी गई थी।

जाकिर नाइक ने दावा किया कि भारत में उन्हें फ़िलहाल इंतिहाई मुख़ालिफ़ाना माहौल का सामना है इसलिए उन के खिलाफ ग़ैर जांबदाराना तहक़ीक़ात नामुमकिन हैं। उन्होंने एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट में शख़्सी तौर पर हाज़िरी के लिए चंद माह की मोहलत देने की दरख़ास्त भी की। बावर किया जाता है कि नाइक अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए सऊदी अरब में रह रहे हैं।