जाकिर नाइक के भाषणों बेहद आपत्तिजनक ‘सरकार जांच करेगी

नई दिल्ली : धार्मिक विद्वान जाकिर नाइक के भाषणों को बेहद आपत्तिजनक बताते हुए सरकार ने आज कहा कि गृह मंत्रालय की ओर से उनके भाषणों समीक्षा लिए जाने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि गृह मंत्रालय की ओर से जाकिर नाइक के भाषणों की समीक्षा की जाएगी। इस समीक्षा के लिए जाने के बाद कोई उचित कार्रवाई की जाएगी क्योंकि जैसा कि मीडिया में कहा जा रहा है उनके भाषणों बेहद आपत्तिजनक है। नायडू की टिप्पणी एक दिन बाद आया है, जबकि एक दिन पहले मिनिस्टर ऑफ स्टेट प्रवेश किरण किरण रिजिजू ने नायक के खिलाफ कार्रवाई का संकेत दिया था। समझा जाता है कि उनके भाषणों से ही बांग्लादेश में हमला करने वाले पांच आतंकवादियों में से एक प्रभावित था। इन पांच आतंकवादियों ने ढाका में कार्रवाई करते हुए होटल में 22 लोग मारे गए थे। किरण रिजिजू ने कल कहा था कि जाकिर नाइक के भाषणों हमारे लिए चिंता का विषय हैं। एजेंसियां इस पर काम कर रही हैं लेकिन बतौर मंत्री वह अभी से यह नहीं कह सकते कि उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होगी।

गौरतलब है कि बांग्लादेश में हुए आतंकवादी हमले के बाद लगातार आलोचना की जा रही हैं कि जाकिर नाइक के भाषणों से युवा भटक गए हैं और वे जनता को भड़काने वाली भाषण करते हैं। इस दौरान एक और नोटिस में कहा गया है कि धार्मिक विद्वान जाकिर नाईक को केंद्र की ओर से आगे की जांच का सामना करेगा जिनमें उनकी एनजीओ आईआर एफ धन भी शामिल है। इसके अलावा उनके भाषणों पर आधारित सीडी की भी जांच की जाएगी। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही महाराष्ट्र सरकार ने जाकिर नाइक के भाषणों की जांच का आदेश दिया था जिसके बाद आज केंद्र ने भी जांच की घोषणा कर दी है।

कहा गया है कि आईआर एफ गतिविधियों पर उस समय नजर रखी जा रही है, जबकि यह आरोप लगाए गए हैं कि उनके संगठन को विदेशों से धन प्राप्त होते हैं और उन्हें राजनीतिक गतिविधियों और लोगों को क्रांतिकारी विचारों की दिशा प्रोत्साहन देने के लिए उपयोग किए जाते हैं। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आईआर एफ गतिविधियों की जांच के आदेश दे दिया गया है। यह संगठन बाहरी दान विनियमन अधिनियम के तहत पंजीकृत है। गृह मंत्रालय की जांच में इन आरोपों का भी कवर किया जाएगा कि आईआर एफ को मिलने वाले दान की राशि को राजनीतिक गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इन आरोपों का भी जायज़ा लिया जाएगा कि एनजीओ को मिलने वाले धन लोगों को इस्लाम की दिशा आकर्षित करने के लिए और युवाओं को आतंकवाद की दिशा आकर्षित करने के लिए भी इस्तेमाल किए गए हैं। इस तरह की सभी गतिविधियों एफसीआरए नियमों के मगायर हैं और अगर उनकी उल्लंघन किया गया है तो कार्रवाई हो सकती है। अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्रालय की जानबसे आईआर एफ को मिलने वाले धन के स्रोतों की भी जांच की जाएगी।