कुआलालंपुर: मुसलमान प्रचारक डॉ जाकिर नाइक को ‘शैतान’ कहने पर मलेशिया राज्य पनानग में एक वरिष्ठ राजनीतिज्ञ के कार्यालय पर पेट्रोल बम से हमला किया गया।समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार सरकारी अधिकारियों का कहना है कि राज्य के उप मुख्यमंत्री पी रामासीमी के कार्यालय में सुबह हुए इस हमले में किसी की जान या माल का नुकसान नहीं हुआ।
रामासीमी के अनुसार यह हमला, फेसबुक पर डॉ जाकिर नाइक के बारे में की गई एक पोस्ट का नतीजा हो सकता है।
उन्होंने एएफपी को बताया, ‘इस संबंध संभवतः डॉ जाकिर नाइक को शैतान कहने से संबंधित मेरी टिप्पणी से हो सकता है।’
रामासीमी ने भारतीय नागरिक डॉ जाकिर नाइक पर आरोप लगाया था कि वह अपने भाषणों के माध्यम से अन्य धर्मों से संबंधित नफरत फैला रहे हैं।
उन्होंने अपने बयान में कहा, ‘उनकी यह पोस्ट इस्लाम और मुसलमानों के नहीं बल्कि’ इस विशेष व्यक्ति के खिलाफ है। ‘
बाद में रामासीमी ने अपने बयान में जाकिर नाइक के लिए शब्द ‘शैतान’ इस्तेमाल करने पर खेद व्यक्त किया, जिससे मुसलमानों की भावनाएं आहत हुए और कहा कि इस शब्द को बाद में हटा दिया गया था।
याद रहे कि 51 वर्षीय जाकिर नाइक प्रख्यात इस्लामी विद्वान और उपदेशक हैं।
जबकि रामासीमी जो पनानग हिंदू इंडोोमनट बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं, राज्य पनानग में 15 अप्रैल को आयोजित होने वाले ज़ाकिर नाइक के बेटे के कार्यक्रम का भी विरोध कर चुके हैं।
गौरतलब है कि रविवार को पुलिस ने दक्षिणी राज्य मालाका में अल्पसंख्यक समुदाय की शिकायत पर एक विश्वविद्यालय में डॉ। जाकिर नाइक को व्याख्यान देने से रोक दिया था।
उन्होंने हिंदू धर्म और इस्लाम के बीच समानता ‘पर बात करने की योजना बनाई थी।
राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख खालिद अबू बकर ने अपनी एक टोईट में कहा कि जाकिर नाइक को सार्वजनिक व्यवस्था सुनिश्चित ले रोका गया।
उन्होंने लिखा, ‘इसका मकसद’ सार्वजनिक व्यवस्था और मलेशिया की धार्मिक भावनाओं ‘की रक्षा करना था।
याद रहे कि पिछले साल दिसंबर में भारतीय राज्य कर्नाटक ने भी डॉ। जाकिर नाइक के मंगलोर शहर में प्रवेश करने पर पाबंदी लगा दी थी।
साभार:shahernama