मुंबई। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ और तेज तर्रार नेता अबू आसिम खान आज़मी ने प्रमुख इस्लामी विद्वान डॉ जाकिर नाइक के संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन में केंद्र सरकार के लगाये गए पांच साल के प्रतिबंध की निंदा करते हुए कहा कि केंद्र बिना किसी औचित्य के उनके संगठन को निशाना बना रहा है।
न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार उन्होंने कहा कि संस्था के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधियों (रोकथाम) का एक्ट लगाना गलत है। मुझे लगता है कि जाकिर नाइक की संस्था को आतंकवादी कृत्यों से जोड़ने की साजिश की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, सपा नेता ने कहा कि मैं शुरू से ही कहता चला आ रहा हूँ कि जाकिर नाइक पिछले पच्चीस साल से दीन की सेवा कर रहे हैं और वे किसी भी देश विरोधी गतिविधि में कभी शामिल नहीं हो सकते। आजमी ने एनआईए की जांच पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जाकिर नाइक को न तो कभी बुलाया गया और न ही उन्हें कोई नोटिस दी गई।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने जाकिर नाइक के संस्थान पर पांच साल के लिए प्रतिबंध आयद कर दी है और बाहरी चंदे लेने पर भी रोक लगा दी है।