नई दिल्ली: भारत में आतंकी फंडिग के आरोपों का सामना कर रहा जाकिर नाइक ने कहा है की उन्हें भारतीय एजेंसियां सिर्फ मुस्लिम होने के कारण टारगेट कर रही है, जबकि वह जिहाद का समर्थन नहीं करता है
इसके साथ जाकिर नायिक ने एनआईए की उस मांग का भी विरोध किया है जिसमें उन्होंने इंटरपोल को उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए कहा है।
उन्होंने इंटरपोल को एक पत्र लिखा है, जिसमे कहा गया है की भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न किया जाता है। उनका कहना है की वह पिछले 25 सालों से इस्लाम पर तकरीरें दे रहे हैं, उन्होंने दुनियाभर के कई देशों में भाषण दिए हैं। जिसके लिए उनको काफी सम्मान भी मिला है।
उनका दावा है की उसके सभी भाषण शांतिपूर्ण हैं और इसमें कहीं भी जिहाद को बढ़ावा देने की बात नहीं कही गई है।
उनके एनजीओ आईआरएफ को बैन कर और उसे इस्लाम पर भाषण देने से रोक कर उसकी अभिव्यक्ति की आजादी का उल्लंघन किया जा रहा है।
जाकिर नाइक का कहना है कि अगर रेड कॉर्नर नोटिस की वजह से उसे किसी विदेशी एजेंसी गिरफ्तार कर लेती है और फिर उसे भारत भेज दिया जाएगा। जहाँ की जेलों के अंदर अत्याचार भी हो सकता है।
आपको बता दें जाकिर नाइक पर भारत में मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी गतिविधियों के लिए लोगों को उकसाने का आरोप है। भारत ने जाकिर नाइक के पासपोर्ट को रद्द कर दिया है।