जाट कर रहे है हरियाणा में आंदोलन की तैयारी, उत्तर प्रदेश के चुनावों में भी दिखेगा असर

गुडगाँव : मनोहर लाल खट्टर की सरकार की आलोचना करते हुए जाट संगठनों ने कहा है की, अगर वह अपने किये हुए वादे के अनुसार जाटो को आरक्षण नहीं देंगे तो पिछले साल की तरह, हरियाणा के १९ ज़िलों में दुबारा से एक बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू किया जायेगा|

पुलिस ने आंदोलन से निपटने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है और कल एक नकली ड्रिल भी किया, गुडगाँव पुलिस के पीअरऔ ने बताया|

आंदोलन के अगले हफ्ते से होने का अंदेशा है जिसके लिए जाट नेता हरियाणा और दिल्ली के २४० गांवों से लोगो को आंदोलन में भाग लेने का आवेदन कर रहे है|

मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर पर वादा पूरा ना किये जाने का इलज़ाम लगाते हुए नेताओ ने बताया, ” हम पिछले 11 महीनो से अलग अलग गांवों में पंचायते कर रहे है ताकि हम अन्ये पिछड़े वर्ग में शामिल होने के लक्ष्य को प्राप्त कर सके” अखिल भारतीय जाट आरक्षण संगर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मालिक ने पीटीआई को बताया|

” केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार ने पिछली बार भी हमे धोका देकर, आंदोलन ख़तम करवाया था| इन्होंने नोजवानो को भी सरकारी और गैर सरकारी संपत्ति को नुक्सान पहुचाने के झुटे मामलो में फंसाया था|”

उन्होंने आगे कहा की इस बार उत्तर प्रदेश के चुनावो में मुज़्ज़फ़्फ़ऱनगर,बरौत और बागपत ज़िलों के जाटो ने भाजपा को वोट ना देने का मन बना लिया है|

गुडगाँव के पुलिस कमिश्नर संदीप खिरवार ने वरिष्ठ अधिकारियो को आंदोलन से निपटने के लिए तैयार रहने के आदेश दे दिए है|

आंदोलन १९ ज़िलों में होने की सम्भावना है यह सारे ज़िले ग्रामीण पृष्टभूमि के माने जाते है

इनमें शामिल कुछ इलाके है रोहतक,सोनीपत, भिवानी, कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़, पानीपत, हिसार, जिन्दम कैथल और फतेहाबाद|