पटना : चीफ़ एलेक्शन कमीशनर डा नसीम जैदी ने कहा है कि ज़ात के नाम पर वोट मांगने वालों पर ज़ाब्ता एखलाक कानून का खिलाफ वर्जी का मामला दायर कर कार्रवाई की जायेगी़। ऐसे लोगों पर कानून के दीगर दफा के तहत भी कार्रवाई होगी़। डा जैदी लालू प्रसाद की तरफ से राघोपुर की इजलास में एक खुसुसि जात को एक होने के एलान करने से मुतल्लिक़ स्वाल का जवाब दे रहे थे़। लालू प्रसाद की तरफ से राघोपुर में दिये तकरीर की जांच की जिम्मेवारी चीफ़ एलेक्शन ओहदेदार अजय नायक को सौंपी़। रालेासपा के क़ौमी सदर और मरकज़ी वज़ीर उपेंद्र कुशवाहा की तरफ से खुले आम लोगों से नोट और वोट मांगने के बारे में भी उन्होंने कहा कि चीफ़ एलेक्शन ओहदेदार इस मामले की भी जांच करेंगे़।
डाॅ जैदी दो दिनों तक बिहार एसेम्बली इंतिख़ाब की तैयारी की जायजा के बाद ज़ाब्ता एखलाक कानून लागू होने के बाद कमीशन की तरफ से अफसरों अधिकारियों के तबादला से मुतल्लिक़ सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि तौसिह जांच के बाद ही तबादला का फैसला लिया गया था। तबादला के कई वजह और कई क़िस्म के परसेप्प्शन थे़। पूरे मामले की तहक़ीक़ात के बाद ही फैसला लिया गया़ ऐसा फैसला एलेक्शन कमीशन की तरफ से साबिक़ में भी इस तरह के फैसले लिये गये थे़, इसमे कोई गलती नहीं हुई है। उन्होंने कहा है कि इस बार की इंतिख़ाब पुर अमन होगा़ तैयारी ऐसी की गयी है कि किसी क़िस्म की मसला नहीं होगी। इंतिख़ाब में ऐसा माहौल कायम होगा कि वोटिंग का फीसद बढ़ेगा़। वोटर काे आज़ादी के साथ वोटिंग करने का हक़ होगा़।