भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज यूं तो सबसे सम्मानित मंत्रियों में से एक मानी जाती हैं लेकिन कल उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से एक ऐसी ग़लती कर दी कि लोगों से ये बर्दाश्त नहीं हुआ और उन्होंने सुषमा को सलाहें तक दे डालीं. असल में कल मशहूर लेखिका और समाज सेविका महाश्वेता देवी की मौत हो गयी. महाश्वेता देवी की मौत की ख़बर आते ही हर अच्छे दिमाग़ वाले इंसान ने उन्हें श्रदांजली देनी शुरू कर दी. ज़्यादातर लोगों ने उनकी मशहूर क्र्तियाँ हज़ार चौरासी की माँ, रुदाली, इत्यादि का ज़िक्र किया लेकिन सुषमा स्वराज ने जिन किताबों का ज़िक्र किया वो किताबें महाश्वेता देवी ने लिखी ही नहीं थीं. उन्होंने प्रथम प्रतिश्रुति और बकुल कथा नामक दो क्र्तियों का ज़िक्र अपने ट्वीट में किया और ये दोनों ही किताबें आशापूर्णा देवी द्वारा लिखी गयी हैं. 1996 में ज्ञानपीठ पुरूस्कार से सम्मानित महाश्वेता देवी के समर्थकों ने इस बात पर सुषमा स्वराज की निंदा की और कहा कि अगर उन्होंने महाश्वेता को नहीं पढ़ा है तो दिखने की ज़रुरत नहीं है.
https://twitter.com/mycobacteriuma/status/758867203827441665
I know how you must feel, Sushma-ji. Joseph Anton's Ivanov and The Shooting Party mean as much to me. pic.twitter.com/OpPeQlISMk
— Nandini Krishnan (@k_nandini) July 29, 2016
So Sushma ji is also Shakha educated? 🤔 https://t.co/bKmKXrHd61
— 🇮🇳 & ✋ Forever!!! (@INCdilse) July 29, 2016
Sushma Swaraj 'Develops' Ashapoorna Devi's Bakul Katha & Prothom Pratisruti into Mahashweta Devi's writings! pic.twitter.com/5MIEKi1ASu
— Samar (@Samar_Anarya) July 29, 2016
Dear Sushma Swaraj t you've mentioned were written by Ashapurna Devi, not Mahasweta Devi. rise up from your… https://t.co/CYZ2ZwQopq
— mahesh jain📻 💿 (@m4jain) July 29, 2016