जामिआ मास कम्युनिकेशन सेंटर के प्रोफेसर बरतरफ़

नई दिल्ली 05 फ़रवरी:जामिआ टीचर्स एसोसीएशन ने प्रोफेसर की रुकनीयत को बर्ख़ास्त कर दिया जिसने जामिआ की कारकर्दगी में बेक़ाईदगियों से मुताल्लिक़ एक खत सदर जमहूरीया परनब मुखर्जी को रवाना किया था।

जामिआ के मास कम्युनिकेशन सेंटर के प्रोफेसर उबीद सिद्दीक़ी को इस मसले पर यूनीवर्सिटी से मुअत्तल कर दिया गया था। उबीद सिद्दीक़ी की नुमाइंदगी को मुख़ालिफ़ मुलाज़मीन कार्रवाई क़रार देते हुए जामिआ टीचर्स एसोसीएशन ने अपना हंगामी मीटिंग तलब किया और जामिआ टीचर्स एसोसीएशन की इबतेदाई रुकनीयत से उनकी बरतरफ़ी की क़रारदाद मंज़ूर की।

जामिआ में तक़रीबन 900 टीचर्स हैं उनमें से 800 टीचर्स एसोसीएशन के अरकान हैं। प्रोफेसर उबेद सिद्दीक़ी ने सदर जमहूरीया को दरख़ास्त रवाना करते हुए यूनीवर्सिटी की कारकर्दगी में मालीयाती बेक़ाईदगीयाँ की शिकायत की थी।जामिअ मिलिए इस्लामिा के मुलाज़मीन के लिए 5 फ़ीसद रिजर्वेशन देने पर एतेराज़ किया था। इस प्रोफेसर ने हालिया पुलिस रिजर्वेशन के लिए दरख़ास्त दी थी और कहा था कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। जब उबेद सिद्दीक़ी से रब्त पैदा किया गया तो उन्होंने कहा कि एसोसीएशन के ओहदेदारों को जामिआ टीचर्स एसोसीएशन से किसी को भी बरतरफ़ करने का हक़ नहीं है।