दिल्ली: जामिया नगर में शहीद अशफाक उल्लाह ख़ान के नाम पर होने वाले मुशायरे का विरोध तेज हो गया है। मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन ने घोषणा की है कि वह मुख्यमंत्री को तब तक मुशायरा में भाग लेने नहीं देंगे, जब तक वह डेंगू और चिकन गुन्या के मृतकों के लिए एक करोड़ रुपये के मुआवजे की घोषणा नहीं करते हैं।
न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार बटला हाउस चौक पर विरोध करते ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुसलमीन के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पूरी दिल्ली में डेंगू और चिकन गुन्यां से लगातार मृत्यु हो रही हैं। केवल ओखला में चार दर्जन मौतें हुई हैं, लेकिन ओखला में मुशायरे और उत्सव हो रहे हैं और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इस उत्सव में भाग लेने वाले हैं। मजलिस के नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर डेंगू और चिकन गुन्यां के मृतकों के वारिस के लिए एक करोड़ रुपये के मुआवजे का ऐलान नहीं किया गया, तो वह मुख्यमंत्री को मुशायरा स्थान में प्रवेश नहीं करने देंगे।
गौरतलब है कि जामिया नगर ने डेंगू के दर्द को काफी झेला है। इलाज की बेहतर सुविधाएं न होने से इस क्षेत्र में लगभग 48 मौतें हुई हैं। यही कारण है कि आम लोगों में काफी नाराजगी पाई जा रही है।