नई दिल्ली
जामिया मलिया इस्लामीया आइन्दा तालीमी साल 2015-16 से डिज़ाससटर मैनिजमेंट ( आफ़ात समावी से निमटने का तरीक़ेकार ) पर एक कोर्स शुरू करेगी। सरकारी ज़राए ने बताया कि नेपाल में ज़लज़ले की तबाह कार्यों के बाद यूनीवर्सिटी ने ये महसूस किया कि इस तरह के कोर्स की अशद ज़रूरत है।
जामिया के तर्जुमान मुकेश रंजन ने बताया कि नेपाल और हिन्दुस्तान के बाज़ इलाक़ों में ज़लज़ले की तबाह कार्यों के बाद यूनीवर्सिटी ने डिज़ासटर मैनिजमेंट पर ख़ुसूसी कोर्स मुरत्तिब किया है जो कि आइन्दा तालीमी साल से शुरू करदिया जाएगा ताकि तलबा-ए-को आफ़ात समावी और नागहानी सूरत-ए-हाल से निमटने के तरीक़ेकार से वाक़िफ़ करवाया जा सके।
उन्होंने बताया कि हिमालया की पहाड़ियों पर तलबा-ए-को अमली तरबियत दी जाएगी और उन्हें आफ़ात समावी चट्टानें खिसकने , बर्फ़बारी तूफ़ान , बादल फटने , सैलाब-ओ-तुग़यानी , गैर मौसमी बारिश-ओ-झाला बारी के हालात से निमटने के लिये तय्यार किया जाएगा।