हैदराबाद: सेक्रेटरी अक़िल्लीयती बहबूद सय्यद उमर जलील ने जारिया साल बजट की इजराई और ख़र्च के अलावा आइन्दा मालीयाती साल के लिए अक़िल्लीयती बहबूद के बजट की तैयार के सिलसिले में अक़िल्लीयती इदारों के ओहदेदारों के साथ इजलास मुनाक़िद किया। उन्होंने तमाम अक़िल्लीयती इदारों को अभी तक जारी करदा बजट और इस के ख़र्च के बारे में तफ़सीलात हासिल कीं ताकि माबक़ी बजट की इजराई के लिए हुकूमत से नुमाइंदगी की जा सके।
महिकमा फाइनेंस से बजट की इजराई में ताख़ीर के सबब कई अक़िल्लीयती स्कीमात पर अमलावरी में रुकावट पैदा हुई है। ओहदेदारों ने बताया कि स्कीमात के लिए इस्तिफ़ादा कुनुन्दगान का इंतेख़ाब मुकम्मल कर लिया गया महिकमा फाइनेंस से बजट की इजराई का इंतेज़ार है।
उन्होंने मुख़्तलिफ़ स्कीमात के लिए दरकार बजट की तफ़सीलात सेक्रेटरी को पेश की हैं। सय्यद उमर जलील इन तफ़सीलात के साथ महिकमा फाइनेंस और चीफ़ मिनिस्टर के दफ़्तर से रुजू होंगे ताकि मालीयाती साल के इख़तेताम से क़बल अक़िल्लीयती बहबूद का मुकम्मल बजट जारी हो सके।
चीफ़ मिनिस्टर ने मुकम्मल बजट की इजराई का तयक़्क़ुन दिया था बताया जाता है कि मजमूई तौर पर 60फ़ीसद बजट जारी हुआ है। सेक्रेटरी अक़िल्लीयती बहबूद आइन्दा मालीयाती साल अक़िल्लीयती बहबूद के बजट में इज़ाफे की कोशिश कर रहे हैं ताकि बाज़ नई स्कीमात को शामिल किया जा सके।
अक़िल्लीयती इदारों के ओहदेदारों ने सेक्रेटरी को दरकार बजट की तजावीज़ पेश कर दी है। चीफ़ मिनिस्टर की मंज़ूरी के बाद आइन्दा साल के बजट में इज़ाफे का फ़ैसला किया जाएगा|