पटना, 04 मई: (एजेंसी) बिहार पुलिस ने जाली चेक्स के ज़रीया सरकारी अकाउंट्स से करोड़ों रुपये निकालने वाले आठ अफ़राद को जिन में स्टेट बैंक आफ़ इंडिया के दो ओहदेदार भी शामिल हैं गिरफ़्तार किया । एडीशनल डायरेक्टर जनरल आफ़ पुलिस ( हेडक्वार्टर्स) रवींद्र कुमार ने कहा कि इकनॉमिक आ फैंसी यूनिट (EOU) ने एक बैन रियासती टोली को बेनकाब करते हुए आठ अफ़राद को गिरफ़्तार किया जिन में टोली का सरग़ना सनी प्रियादर्शी जिस का ताल्लुक़ कोलकता से है को गिरफ़्तार किया ।
उन्होंने कहा कि जाली चेक्स मुआमला में रियासत के इलावा दीगर रियासतों से भी गिरफ़्तारीयों का इम्कान है । दरीं असना EOU इन्सपेक्टर जनरल प्रवीण ने बताया कि एसबी आई के दो ओहदेदारों को गिरफ़्तार किया गया उन के नाम सुरेंद्र तीवारी और प्रशांत कुमार हैं ।
उन्होंने कहा कि मुल्ज़िमीन जाली चेक्स के ज़रीया जो भी रक़म निकालते थे । इसका दस फ़ीसद हिस्सा बैंक के ओहदेदारों को दिया जाता था । वशिष्टा ने इस मौके पर टोली के धोका देने के तरीक़े की वज़ाहत करते हुए कहा कि वो जाली दस्तावेज़ की मदद से मुतअद्दिद बैंक अकाउंट्स खुलवाया करते थे जिन में मुल्क के तमाम इलाक़े शामिल हैं और इस के बाद जाली चेक्स बैंक्स में पेश किए जाते थे ।
टोली में हर माह तक़रीबन 50 चेक्स जमा करवाए जिन में 4 और 5 लाख रुपय रक़ूमात का इंदिराज हुआ करता था । रक़ूमात जैसे ही अकाउंट में मुंतक़िल होती थीं उन्हें फ़ौरन चेक्स या ए टी एम के ज़रीया निकाल लिया जाता था जिस का सिलसिला गुज़शता तीन साल से जारी था ।