पाकिस्तानी साबिक़ टेस्ट क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के डायरेक्टर जनरल के ओहदे से इस्तीफ़ा दे दिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के तर्जुमान ने इस्तीफ़ा मौसूल होने की तसदीक़ करदी है और कहा है कि इस मुआमले पर पी सी बी की मनेजमेंट कमेटी अपने आइन्दा इजलास में ग़ौर करेगी।
बीबी सी को ये मालूम हुआ है कि जावेद मियांदाद जुमेरात के रोज़ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमेन नजम सेठी के कमरे में गए थे और एक लिफ़ाफ़ा दे कर चंद मिनटों में ही बाहर आगए थे। जावेद मियांदाद जिन का शुमार पाकिस्तान के बेहतरीन बैट्समेनों में होता है नवंबर 2008 में एजाज़ बट के दौर में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के डायरेक्टर जनरल बनाए गए थे लेकिन जनवरी 2009 में उन्होंने अपनी तनख़्वाह कम होने का एतराज़ करते हुए इस्तीफ़ा दे दिया था ताहम दो माह बाद दुबारा ये ओहदा सँभाल लिया था।
डायरेक्टर जनरल की हैसियत से उनकी ज़िम्मेदारी डोमेस्टिक क्रिकेट के मयार में बेहतरी लाना और इस्लाहात करना था इस बारे में उन्हों ने एक मर्तबा मीडिया को तवील तफ़सीलात भी फ़राहम की थी ताहम मौजूदा सीज़न में फ़स्ट क्लास क्रिकेट के मयार पर ख़ासी तन्क़ीद हुई है। वो मुजव्वज़ा पाकिस्तान सुपर लीग से भी वाबस्ता थे जो पाकिस्तान में अमन-ओ-अमान की ख़तरनाक सूरत-ए-हाल की वजह से अभी तक महज़ काग़ज़ों पर ही रही है।
जावेद मियांदाद तीन मर्तबा पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कोच भी रहे लेकिन खिलाड़ियों से इख़तिलाफ़ात और मुख़्तलिफ़ वजूहात की बिना पर उन्हें ये ओहदा भी छोड़ना पड़ा। वो पहली मर्तबा 1998 में कोच बने थे लेकिन 1999 के आलमी कप से पहले ही ये ओहदा छोड़ गए। दूसरी मर्तबा वो 2000 में कोच बनाए गए लेकिन अगले साल ही उन्हें इस ओहदे से हटा दिया। कोच की हैसियत से वो तीसरी मर्तबा में टीम में आए लेकिन जून 2004 में उन की जगह बाब वूल्मर को कोच बनादिया गया था।