जासूसी का मामला पहुंचा प्रणब के दरबार में

साल 2009 गुजरात में हुई एक लड़की की जासूसी का मामला सदर जम्हूरिया के दरबार में पहुंच गया है। कांग्रेस और सीपीआई की ख्वातीन ब्रांच (Female branch) की लीडरों के साथ कई खातून, इंसानी हुकूक और सिविल सोसाइटी से जुड़ी हस्तियों ने पूरे मामले में सदर जम्हूरिया प्रणब मुखर्जी से दखल करने की गुजारिश किये हैं।

कांग्रेस इस मुद्दे पर बीजेपी के पीएम ओहदे के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश में जुटी है। कांग्रेस ने पहले पार्टी की खातून लीडरों को मोर्चे पर लगाया और अब कई खातून, इनंसानी हुकूक तंज़ीमो और सिविल सोसाइटी से जुड़ी हस्तियों को गोलबंद करने में कामयाब रही है।

सियासी पार्टियों और इन तंज़ीमों के 44 नुमाइंदो ने जासूसी मामले को बेहद संगीन बताते हुए सदर जम्हूरिया को याद्दास्तदेकर पूरे मामले में दखल देने की गुजारिश की है । याददास्त में साफ तौर पर लिखा है कि गुजरात के उस वक्त के वज़ीर ए दाखिला अमित शाह ने वज़ीर ए आला नरेंद्र मोदी के लिए लड़की की गैरकानूनी ढंग से जासूसी कराई।

नुमाइंदो की अगुवाई शबनम हाशमी ने की। इसमें प्लानिंग कमीशन (Planning commission) की रुकन सईदा हमीद, अदाकारा नफीसा अली, भाकपा खातून ब्रांच की एनी राजा, महिला कांग्रेस की सदर शोभा ओझा समेत कई तंज़ीमों की वफद ने भी हिस्सा लिया।

बीते दिनों न्यूज पोर्टल कोबरापोस्ट और गुलेल ने साल 2009 में शाह पर बंगलूरू की एक आर्किटेक्ट लड़की की साहेब के लिए जासूसी कराने का दावा किया था। इस दावे के एक दिन बाद ही कांग्रेस ने मोदी की घेरेबंदी के लिए पार्टी की ख्वातीन लीडरों को मोर्चे पर लगाया था।

इस मुद्दे पर मुसलसल मोदी और बीजेपी पर हमला बोल रही कांग्रेस ने इसी कड़ी में ख्वातीन की तंज़ीमों को गोलबंद कर सदर जम्हूरिया का दरवाजा खटखटाया। कांग्रेस इस मुद्दे पर मुसलसल मोदी से चुप्पी तोड़ने और गुजरात सरकार से जवाब देने की मांग कर रही है। सदर जम्हूरिया से मुलाकात के बाद पीर के रोज़ भी कांग्रेस ने मोदी के खिलाफ मोर्चा खोला।

तर्जुमान पीसी चाको ने इल्ज़ाम लगाया कि गुजरात में महज बीते आठ महीने में गैरकानूनी तरीके से 93 हजार फोन टेप किए गए। उन्होंने इसे शहरियों की प्राईवेसी की खिलाफवर्जी बताते हुए कहा कि पार्टी को उम्मीद है कि सदर जम्हूरिया इस मामले में दखल देंगे। चाको ने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी हार नहीं मानेगी।