लंदन, ०९ अक्टूबर (पी टी आई): हिंदूस्तानी नज़ाद (Indian-origin) जासूस शहज़ादी नूर इनायत ख़ान के कांसा के मुजस्समा की गोर्डन स्क़्वायर ( Gordon Square) में 8 नवंबर को निक़ाब कुशाई ( अनावरण/Unveiled) अमल में आएगी।
दूसरी जंग अज़ीम की हीरोइन तसव्वुर ( कल्पना) की जाने वाली इस मशहूर-ओ-मारूफ़ जासूसा के मुजस्समा (मूर्ती) की निक़ाब कुशाई ( अनावरण / Unveiled) ) शहज़ादी उन (Princess Anne) के हाथों अमल में आएगी, जो बर्तानवी मलिका एलीज़ाबेथ दोम की दुख़तर ( बेटी) हैं।
यहां इस बात का तज़किरा दिलचस्पी से ख़ाली ना होगा कि नूर इनायत ख़ान मेमोरियल ट्रस्ट एक अर्सा से इस बात के लिए कोशां था ( कोशिश मे था) कि दूसरी जंग अज़ीम की इस हीरोइन की कोई यादगार क़ायम किया जाय और इस तरह अब मज़कूरा ( उक़्त) ट्रस्ट की कोशिशें रंग लाई हैं और बिलआख़िर मुजस्समा की निक़ाब कुशाई की तारीख का ऐलान भी हुआ।
नूर इनायत ख़ान की सवानिह उमरी ( जीवनी/ जीवन कथा) तहरीर करने ( लिखने) वाली शराबनी बासू ( को वज़ीर-ए-आज़म डेविड कैमरून के इलावा कई एम पीज़ और दार-उल-अवाम के स्पीकर जान बेरकू (House of Commons Speaker John Bercow) का भी ज़बरदस्त तआवुन हासिल रहा।
इलावा अज़ीं ( इसके अतिरिक़्त) शराबनी बासू को कई एशियाई ख़वातीन जैसे शम्मी चक्रवर्ती, गुरेंद्र चड्ढा और अनूशका शंकर का तआवुन ( पारस्परिक सहायता) भी हासिल रहा। इस मौक़ा पर शराबनी बासू ने अपने ख़्यालात का इज़हार करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की बेहद ख़ुशी है कि इज़्ज़त मआब शहज़ादी उन के हाथों मुजस्समा की निक़ाब कुशाई अमल में आएगी जो नूर इनायत ख़ान के लिए किसी एज़ाज़ ( सम्मान) से कम नहीं।
शराबनी बासू ने ए स्पाइ ( A Spy) प्रिंसस के नाम से किताब तहरीर ( प्रकाशित) की (लिखी) है जिस में नूर इनायत ख़ान की ज़िंदगी का अहाता किया गया है।