नई दिल्ली, २८ नवंबर (एजेंसी) ज़ी न्यूज़ के दो सीनीयर सहाफियों को दिल्ली में एक खु़फ़ीया ऑप्रेशन के सिलसिले में गिरफ़्तार कर लिया गया. यह गिरफ्तारी फ़ौलाद के बड़े ताजिर और कांग्रेस एम पी नवीन जिंदाल की जानिब शिकायत पर गिरफ्तार किया था.उन्होंने इस चैनल को जबरी वसूली का मौरिद इल्ज़ाम ठहराया ।
ज़ी न्यूज़ के हेड सुधीर चौधरी और ज़ी बिज़नेस के हेड समीर अहलुवालिया को जिंदाल की कंपनी से 100 करोड़ रुपए की वसूली करने की कोशिश के इल्ज़ामात पर हिरासत में लिया गया जबकि वो ये रक़म का मुतालिबा करते हुए धमका रहे थे कि बसूरत-ए-दीगर कोयला स्क़ाम के मुआमले में उन से और उनके ग्रुप से मुताल्लिक़ नाख़ुशगवार बातें नशर कर दी जाएंगी ।
दोनों को कल सेक्ट की अदालत में पेश किया जाएगा । 25 अक्टूबर को जिंदाल ने ज़ी टी वी के एग्ज़ीक्यूटिव के साथ मीटिंग्स की वीडीयो रिकार्डिंग जारी करते हुए दावा किया था कि ये इस बात का सुबूत है कि वो उनसे जबरी वसूली की कोशिश कर रहे हैं ।
जिंदाल ने कहा कि इस न्यूज़ चैनल ने उनकी कंपनी के एग्ज़ीक्यूटिव को बताया कि अगर वो इश्तेहारात पर 100 करोड़ रुपए ख़र्च नहीं करते हैं तो चैनल उनकी कंपनी को कोयला कानों के अलाटमेंट के बारे में मनफ़ी स्टोरीयाँ नशर करेगा । जिंदाल ने कहा कि जबरी वसूली की कोशिश को खु़फ़ीया कैमरा में क़ैद कर लिया गया जिसके फूटेज की सीडी उन्होंने अख़बारी नुमाइंदों के लिए जारी किए ।
ये रीवर्स स्टिंग /13 और /19 सितंबर के दरमयान दिल्ली के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर चार मीटिंग्स में अंजाम दिया गया । जिंदाल की कंपनी ने ज़ी के ख़िलाफ़ दिल्ली पुलिस की क्राईम ब्रांच में एक पुलिस केस भी दर्ज कराया । ज़ी के प्रोमोटर सुभाष चन्द्र हैं ।