जिनके घर होगा बाइतुल खुला वही लड़ सकेंगे पंचायत इंतिख़ाब : नीतीश कुमार

नीतीश हुकूमत पंचायती राज एदारों को असल नसीहत देने जा रही है। वजीरे आला नीतीश कुमार ने पंचायत इंतिख़ाब से स्वच्छता मुहिम को जोड़ते हुए यह निज़ाम बनाने को कहा है कि जिनके घर बाइतुल खुला होगा, वही अगले साल होने वाला पंचायत इंतिख़ाब लड़ेंगे।

जुमा को वजीरे आला नीतीश कुमार की तरफ से बुलाई गई पंचायती राज महकमा की तजवीज इजलास में इन तमाम मसलों पर बहस हुई। वजीरे आला ने कई हिदायत दिए। कहा-पंचायतों को टैक्स और फीश लगाने का हक़ दी जाए। पंचायत अभियंत्रण तंजीम बने। इन निजाम के लिए जरूरत पड़े तो पंचायती राज एक्ट में तर्मीम किया जाए। पंचायती राज वज़ीर विनोद प्रसाद यादव ने तर्मीम की बात कही। बैठक में डेवलपमेंट कमिश्नर एसके नेगी, फाइनेंस महकमा के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी रामेश्वर सिंह, पंचायती राज महकमा के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी सुधीर राकेश, वजीरे आला के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी डीएस गंगवार, सेक्रेटरी अतीशचंद्रा समेत दीगर कई अफसर मौजूद थे।

नीतीश ने कहा-हर गाँव-पंचायत में वार्ड सतह पर वार्ड सभा बने। पंचायत सरकारी इमारत की तामीर की जिम्मेदारी डीएम को सौंप दी गई है। डेवलपमेंट कमिशनर की सदारत में आला सतही कमेटी पंचायत सरकारी इमारत तामीर की मॉनीटरिंग करेगी। जहां इमारत बन गया, वहां सहूलतें इस इमारत से चलाई जाएं। पंचायती राज अदारों और ग्राम कचहरी के चीफ़ और मेंबरों को मंथली आलवेन्स बाकायदा दिए जाएं।

वजीर आला ने कहा कि तरक़्क़ी मंसूबों के लिए औसतन एक ग्राम पंचायत को फी साल 45 लाख रुपए दस्तयाब होंगे। दीगर सोर्स से मिलने वाली रकम को इसमें शामिल करके ग्राम पंचायत तरक़्क़ी कामों को क्वालिटी के साथ पूरा कराया जाए।