जिन्ना की तस्वीर पर विवाद करने वालों को गोडसे के मंदिर पर भी विरोध करना चाहिए- जावेद अख्तर

वरिष्ठ गीतकार एवं पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर बयान दिया है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में लगी होना ‘शर्मिंदगी’ की बात है।

हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग AMU में जिन्ना की तस्वीर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं उन्हें उन मंदिरों का भी विरोध करना चाहिए जो गोडसे के सम्मान में बनाए गए हैं। विश्वविद्यालय में जारी विवाद पर 73 वर्षीय लेखक ने ट्विटर के माध्यम से अपनी राय प्रकट की।

विवाद तब शुरू हुआ जब अलीगढ़ से सांसद सतीश गौतम ने एएमयू के छात्र संघ कार्यालय की दीवारों पर पाकिस्तान के संस्थापक की तस्वीर लगी होने पर आपत्ति जताई।

अख्तर ने लिखा, ‘जिन्ना अलीगढ़ में न तो छात्र थे और न ही शिक्षक. यह शर्म की बात है कि वहां उनकी तस्वीर लगी है। प्रशासन और छात्रों को उस तस्वीर को स्वेच्छा से हटा देना चाहिए।

जो लोग उस तस्वीर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं उन्हें अब उन मंदिरों के खिलाफ भी प्रदर्शन करना चाहिए जिन्हें गोडसे के सम्मान में बनाया गया।