जिन्सी हरासानी पर क़ाबू पाने क़ौमी इंसानी हुक़ूक़ कमीशन की तजावीज़

नई दिल्ली। 2 जनवरी : क़ौमी इंसानी हुक़ूक़ कमीशन की तरफ‌ से बहुत जल्द ऐसी सिफ़ारिशात पेश की जाएंगी जिस की मदद से जिन्सी हरासानी से मुताल्लिक़ क़ानूनसाज़ में मदद मिलेगी।

इन सिफ़ारिशात की बुनियाद पर हुकूमत अगले हफ़्ते तमाम शोबों के साथ तबादला-ए-ख़्याल करने के बाद सख़्त क़ानून वज़ा करसकती है। क़ौमी इंसानी हुक़ूक़ कमीशन के तर्जुमान ने कहा कि कमीशन ने फ़ैसला किया है कि वो इस सिलसिले में अगले मंगल को एक कान्फ़्रैंस का इनइक़ाद अमल में लाए ताकि ख़वातीन के ख़िलाफ़ जराइम का इर्तिकाब करने वालों को सज़ा देने सख़्त कार्रवाई करने के लिए मौजूदा क़वानीन में मुख़्तलिफ़ तरमीमात पर ग़ौर-ओ-ख़ौज़ किया जा सके।

इस कान्फ़्रैंस के ज़रीये जो कुछ राय सामने आएगी, उसे हुकूमत को पेश किया जाएगा। पिछ्ले फरवरी में ताअज़ीरात-ए-हिंद की मुख़्तलिफ़ दफ़आत में एक अलैहदा चयप्टर क़ायम करने पर ग़ौर-ओ-ख़ौज़ किया गया था। क़ौमी इंसानी हुक़ूक़ के चैरपरसन जस्टिस के जे बालाकृष्णन ने इस मसले को निहायत ही अहम क़रार दिया है और इस मुआमले पर ला कमीशन बनाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है।