पटना 28 मई : जिला पर्षद सदरों को लालबत्ती और नक्सल इलाके जिलों के सदरों को स्कॉट चाहिए। उन्हें जाती मावून और गार्ड की सहूलत भी हुकूमत से चाहिए। वे यह भी चाहते हैं कि जिले की तमाम मंसूबों के संग बुन्याद व एफ़्तेताह में उन्हें मदउ किया जाये। जिला पर्षदों को मौसर ओपेरशन के लिए तशकील कमेटी में सदरों ने यह मुतालबा रखी है। पंचायती राज महकमा ने इसको लेकर दीगर मौजुआत पर पांच कमेटियों का तशकील की है। कमेटी तादाद-चार को जिला पर्षद सदरों को मिलनेवाली सहूलियात, हकूक और फराय्ज़ के बारे में सिफारिश करनी है। कमेटी की दूसरी बैठक में सदरों ने हकूक को लेकर कई तजवीज़ दिये।
इनमें जिला सदर और नायब सदर को मुक़र्रर अलोवेंस, सफ़र अलोवेंस, डेली अलोवेंस में इजाफा वगैरह शामिल थे। साथ ही तमाम अरकान को डेली और सफ़र अलोवेंस देने की बात की गयी थी। बैठक में पंचायत कमेटी के अरकान को गाड़ी और लैपटॉप के लिए रक़म देने की तलब की गयी। हुकूमत का ज़ेहन इस जानिब भी मत्वज्जा कराया गया कि कोंसिल के इन्तेज़ामी और माली मामलों से मुताल्लिक फायल का अमल जिला सदर के ज़रिये से होना चाहिए। बैठक में कहा गया कि जिला परिषद के मौजूदा ओहदे की साख्त का जायजा लिया जाये और फालतू ओहदों को ख़त्म किया जाये।
कोंसिल में जरुरत की बुन्याद पर ओहदों का इस्तह्साल किया जाये। पंचायती राज महकमा के अस्सिस्टेंट डायरेक्टरी और कमेटी तादाद-दो के कन्वेनर सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि दूसरी बैठक में दिये गये सदरों के तजवीज़ पर हुकूमत गौर कर रही है। जो मामले महकमा ज़ाती सतह पर मंज़ूर किये जाने हैं, उनसे कोई परेशानी नहीं होगी। माली और पालिसी मामलों को लेकर महकमा की गौर किया जा रहा है। कमेटी के जरुरी ताजावीज़ पर काबय्ना से मंजूरी ली जायेगी। वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने आवामी नुमय्न्दों के अलोवेंस में दोगुना अजाफ़ा करने का एलान किया है।