जिस्मानी सज़ा बच्चों के विकास की राह में बाधा

कनाडा में चिकित्सा विशेषज्ञों ने पिछले 20 साल के तहक़ीक़ से यह बात साफ है कि बच्चों को जिस्मानी सजा देना उन्हें मुस्तक़बिल में तरक़्क़ी की राह में रुकावट का सबब बनता है

जाँच के मुताबिक़ बच्चों को जिस्मानी सजा उनकी विकास पर तो प्रभावित करता ही है, साथ में उन्हें अधिक आक्रामक स्वभाव भी बना देता है जो उन्हें समाज के खिलाफ रवैया अपनाने पर मजबूर करती है

विश्वविद्यालय मिनी टोबा के विभाग ऑफ परिवार सामाजिक विज्ञान के डॉ. जॉन डरनट और पूर्वी ओंतारियो के चिल्ड्रेन अस्पताल के डॉक्टर रान एनसम के मुताबिक बच्चों की शारीरिक सजा उन्हें पिता, मित्रों और लोगों के खिलाफ आक्रामक स्वभाव बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है

लिहाज़ा उन्होंने अभिभावकों(वालदैन) को बच्चों को शारीरिक सजा को छोड़ने पर जोर दिया है. उन्होंने बताया कि शारीरिक सज़ा कुछ मानसिक बीमारियों का कारण बनती है.