जिस्मानी सेहत के लिए सहतमनद दाँत ज़रूरी, जनाब ज़ाहिद अली ख़ां

हैदराबाद ।०८ अप्रैल : जिस्मानी सेहत केलिए सेहत मंद दाँत ज़रूरी हैं। दाँतों का ईलाज माहिरीन से करवाए ताकि वो जदीद टैक्नालोजी के ज़रीये मउसर ईलाज कर सकें।

उन्हों ने कहा कि डाक्टर सिराज अलरहमन की ख़िदमात काबिल-ए-सिताइश हैं। इन ख़्यालात का इज़हार जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने नीवडनट डेंटल हॉस्पिटल मुत्तसिल मस्जिद अज़ीज़ ये मह्दी पटनम में जदीद युनिट के इफ़्तिताह के मौकै पर किया।

जनाब आमिर अली ख़ां न्यूज़ ऐडीटर सियासत ने कहा कि ख़िदमत-ए-ख़लक़ सही रास्ता बताना उम्मत के फ़राइज़ में से ही। मौलाना ग़ुलाम नबी शाह नक़्शबंदी ने दुआ की। डाक्टर मुहम्मद सिराज अलरहमन ने कैंप में लेक्चर देते हुए बताया दाँत की बीमारियां मुँह तक महिदूद नहीं होती ये सारे आज़ा दिल दिमाग़ को मुतास्सिर करती हैं।

लिहाज़ा क़लब के मरीज़ों को ज़्यादा मुंह की सेहत पर ध्यान देना पड़ता हैं। कैंप में मरीज़ों का मुफ़्त मुआइना किया गया। अदवियात, बरशश पेस्ट की मुफ़्त तक़सीम-ए-अमल में आई। जनाब शेख़ इक़बाल आई पी एस सुपरिटेन्डॆन्ट‌ आफ़ पुलिस ने भी शिरकत की।