उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता और गहरी हो, राष्ट्र निर्माण में लोगों की भागेदारी बढ़े यह भारत जैसे देश के लिए बहुत आवश्यक है. सत्ता सेवा करने का एक अवसर होती है. हमने कई बार विजय प्राप्त की है. ये यूं ही नहीं मिल गई. इसके लिए कई पीढ़ियां इस काम में खप गई हैं. कार्यकर्ताओं ने अखंड एकनिष्ट पुरुषार्थ किया है, इसी का नतीजा है कि हम आकांक्षाओं के प्रतीक बने हैं.
पीएम मोदी बोले पेड़ पौधे भी हमें सिखाते हैं. कोई कितना भी बड़ा पेड़ क्यों न हो, फल लगते ही झुकने लगता है. हमारा अधिक नम्र बनने का जिम्मा बनता है. हमें निरंतर कोशिश करते रहना चाहिए, ताकि हम जनता जनार्दन की आकांक्षाओं को पूरी कर पाएं.
उन्होंने कहा कि यह न्यू इंडिया की नींव है. इस चुनाव में कौन जीता, कौन हारा. मैं इस दायरे में सोचने वालों में से नहीं हूं. यह न्यू इंडिया देश के युवाओं में कुछ पाने के अलावा कुछ करने के लिए अवसर की मांग करता है. यह एक नए भारत का उदय है.