मुंबई, 03 अप्रैल: जिहाद से ताल्लुक सर्कुलर पर मुंबई पुलिस को अभी तक ऐसे कोई सुबूत नहीं मिले हैं, जिससे इस बात की तसदीक हो सके कि जमात-ए-इस्लामी इदारे की लड़कियों का ब्रेन वॉश कर उन्हें जिहाद के लिए ट्रेनिंग दे रही है।
मुंबई पुलिस की स्पेशल ब्रांच के इंटरनल सर्कुलर के लीक होने के बाद यह तनाज़ा पैदा हो गया है। इस बीच पुलिस ने इस बात की भी जांच शुरू दी है कि आखिर यह सर्कुलर मीडिया में लीक कैसे हुआ।
सर्कुलर में कहा गया था कि मुल्क के सबसे बड़े इस्लामिक तंज़ीमो में से एक जमात-ए-इस्लामी की ब्रांच गर्ल्स इस्लामिक आर्गेनाइजेशन (जीआईओ) कॉलेज और स्कूल में पढ़ रही लड़कियों का ब्रेनवॉश कर उन्हें जिहाद के लिए तैयार कर रही है।
यह तंज़ीम महाराष्ट्र में 40 हाई स्कूल और तीन जूनियर कॉलेज चलाता है। हालांकि यह सर्कुलर सिर्फ महकमा पुलिस के मुलाज़्मीन के लिए था, लेकिन यह लीक हो गया।
इसके बाद नाराज तंज़ीम के तरजुमान मोहम्मद असलम गाजी ने पुलिस से माफी मांगने को कहा था और ऐसा न करने पर मानहानि का मुकदमा करने की धमकी दी थी।
पुलिस के खिलाफ भड़के गुस्से और मुम्किन कानूनी कार्रवाई के बीच एक स्पेशल ब्रांच ऑफिसर ने कहा, ‘यह सच है कि हमें जीआईओ की राष्ट्रविरोधी सरगर्मियों की इत्तेला मिली है। मगर अब तक हमारी जांच टीम महाराष्ट्र में इसे पुख्ता करने के लिए कोई सुबूत नहीं जुटा पाई है। रियासत में हमें जीआईओ की कोई भी मुश्तबा सरगरमियां नहीं मिली हैं।’
पिछले महीने जारी सर्कुलर में कहा गया है, ‘जीआईओ का क़ियाम केरल में हुआ है और वह महाराष्ट्र में 40 स्कूल और 3 जूनियर कॉलेजों का एडमिनिस्ट्रेशन करता है। इसका मकसद हालांकि मुस्लिम लड़कियों को इस्लाम और कुरआन की तालीम देना है, लेकिन अहम तौर पर यह लड़कियों को जिहाद के लिए तैयार कर रहा है।’
तंज़ीम के रियासती सदर तॉफीक असलम खान के सदारत में पीर के दिन एक वफद ने स्पेशल ब्रांच चीफ और इजामी पुलिस कमिशनर नवल बजाज से मुलाकात कर इस मामले का वजाहत मांगा। पुलिस से जवाब और माफी मांगने के लिए तंज़ीम की ओर से जल्द ही एक खत भी भेजा जाएगा। इसके बाद जरूरत पड़ने पर कानूनी नोटिस भी भेजा जा सकता है।