जीएसटी बिल को तृणमूल कांग्रेस की ताईद

नई दिल्ली: अपोज़ीशन तृणमूल कांग्रेस ने आज कहा कि जीएसटी बिल की मंज़ूरी और इस पर अमलावरी ज़रूरी है। अब ये बी जे पी और कांग्रेस की ज़िम्मेदारी है कि वो इस मामले पर अपने तनाज़े की यकसूई करलीं और ज़रूरी कार्रवाई करें। पार्टी के तर्जुमान डेरिक ओबराइन ने पार्लीमेंट के बाहर कहा कि तृणमूल कांग्रेस का नुक़्ता-ए-नज़र बिलकुल वाज़िह है।

हम चाहते हैं कि जीएसटी बिल मंज़ूर कर लिया जाये। हम उसके पाबंद हैं। उन्होंने कहा कि बाज़ मसाइल हैं। खासतौर पर एक फ़ीसद मुआवज़े की अदायगी के बारे में ताहम तृणमूल कांग्रेस को ख़ुशी है कि मुश्किलात हल करली गई हैं और हुकूमत ने हमारी तरमीम मंज़ूर करली है।

जीएसटी बिल बिलकुल तैयार है। कांग्रेस और बी जे पी को चाहिए कि मिल बैठ कर तनाज़े की यकसूई करलीं। बिल मंज़ूरी करलीं ताकि ऐवान में नज़म-ओ-नसक़ पैदा हो सके। उन्होंने कहा कि हुकूमत की कोशिशें राज्य सभा में जीएसटी बिल पास करवाने के लिए हैं जहां कांग्रेस ने उसे रोक रखा है क्योंकि इजलास की कार्रवाई में मुसलसल ख़ललअंदाज़ी जारी है।

इस सवाल पर कि मानसून इजलास मुकम्मल तौर पर ख़त्म होने के क़रीब है, ओबराइन ने कहा कि ये पार्लीमानी जम्हूरीयत है। 2010 और 2011 में भी कसीर तादाद में ख़लल अंदाज़ीयाँ हुई थीं। इस वक़्त बी जे पी ऐवान की कार्रवाई ख़लल पैदा कर रही थी और अब कांग्रेस कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पार्लीमेंट में कई मसाइल उठाना चाहती है लेकिन उसे इजलास की कार्रवाई में ख़ललअंदाज़ी की वजह से रुक जाना पड़ा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी करप्शन और वफ़ाक़ीयत पर बात करना चाहती थी।