जीका वायरस पहुंचा भारत, गुजरात में सामने आए तीन मामले

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत में पहली बार जीका वायरस के संक्रमण की पुष्टि की है। सका पहला मामला गुजरात के अहमदाबाद में सामने आया है। यहां तीन लोग इसके संक्रमण के शिकार हुए हैं जिसमें एक एक गर्भवती महिला भी शामिल है।

बीबीसी से मुताबिक, ये तीनों मामले अहमदाबाद शहर के बापूनगर इलाके में देखने को आया है। ये सभी मामले पिछले साल के हैं। हालांकि, डब्ल्यूएचओ ने अभी इन मामलों के आधार पर भारत में यात्रा को लेकर कोई चेतावनी नहीं जारी की है। लेकिन संगठन का कहना है कि भारत में यह पहला मामला है और यह अपने आप में महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह इस बात का प्रमाण है कि जीका वायरस भारत में भी मौजूद है।

एक बयान जारी कर डब्ल्यूएचओ ने कहा है, “इन तथ्यों से पता चलता है कि जीका वायरस का हल्का प्रसार हुआ है। और आगे चलकर नए मामले भी सामने आ सकते हैं।” संस्था ने पिछले साल जीका संक्रमण को एक अंतरराष्ट्रीय आपात घोषित किया था और यह अपातकाल नौ महीनों तक जारी रहा था।

बता दें कि पिछले साल लगभग 30 देशों में नवजात बच्चों में गंभीर शारीरिक विकार के मामले सामने आए थे जिसका वजह जीका वायरस बताया गया था। इसका संबंध माइक्रोसिफैली नाम की बीमारी से बताया गया था जिसमें बच्चों के सिर जन्म से ही असामान्य रूप से बड़े हो जाते हैं। इसका संक्रमण मुख्य रूप से एडीज नाम के मच्छरों के काटने से होता है। हालांकि यह यौन संपर्क से भी फैलता है।

जीका के संक्रमित व्यक्ति में जो लक्षण दिखाई देते हैं उसमें हल्का बुखार आना,  खुजली, आंख आना, जोड़ों में दर्द होना और सिरदर्द जैसी शिकायत होती है। दो से सात दिन तक इसका असर रहता है और इससे संक्रमित व्यक्ति की बहुत कम समय में मौत हो जाती है।