जीतन राम मांझी ने बनाया अलग मोरचा ‘हम’

साबिक़ सीएम जीतन राम मांझी ने अपने कैबिनेट के आठ साथियों और जदयू के बागी एमएलए के साथ मिल कर हिंदुस्तानी अवाम मोरचा (एचएएम या हम) का तशकील किया है। मांझी ने श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में सनीचर को मुनक्कीद कोन्फ्रेंस में इसका एलान किया और कहा कि अभी नये दल की तशकील में कुछ तकनीकी रुकावट होने की वजह से वे मोरचे की तशकील कर रहे हैं।

यह कोन्फ्रेंस जदयू के झंडे और सिम्बल छाप के बैनर तले ही हुआ है। कोन्फ्रेंस में मांझी ने अपनी आगे की पॉलिसी का भी खुलासा किया और कहा कि 16 मार्च को मुजफ्फरपुर और 17 को खगड़िया में आम सभा होगी। 14 अप्रैल को आंबेडकर पैदाइश के दिन गांधी मैदान में बड़ी इजलास होगी।

कोन्फ्रेंस को खिताब करनेवाले तमाम लीडरों के निशाने पर अहम तौर से वजीरे आला नीतीश कुमार और राजद सदर लालू प्रसाद रहे। शायरी का सहारा लेकर इन दोनों लीडरों पर सभी ने हमले किये। कुछ पुराने और सीनियर लीडरों ने तो नीतीश कुमार के पुराने दिनों की बात कहते हुए हमला किया, तो साबिक़ वज़ीर शकुनी चौधरी ने सड़क तामीर वज़ीर ललन सिंह को लेकर उन पर ज़ाती हमला तक किया।

मांझी ने कहा कि यह हम पार्टी रियासत में एक नयी सियासी इंकलाब पैदा करेगी। नयी दिल्ली के आप पार्टी से मुक़ाबले करते हुए कहा कि हम आप पार्टी का बाप साबित होगा। मांझी ने कहा कि 9 महीने के मुद्दत में सही मायने में वे सीएम 7 से 19 फरवरी तक ही रहे। बाकी का वक़्त तो हर बात में येस सर, येस सर… करने में ही कट गया। पार्टी के ऐलान के साथ ही मौजूद कारकुनान को गांधीगिरी के जरिये आम लोगों को बेदार करने और अपनी तरफ एकजुट करने की दरख्वास्त की।

मांझी ने कहा कि आपका (लोगों का) सबर देख लग रहा, जो आप करना चाह रहे, उससे ज्यादा दूर नहीं हैं। आगे की पॉलिसी भी बतायी, 16 मार्च को मुजफ्फरपुर और 17 को खगड़िया में आम इजलास। 14 अप्रैल को गांधी मैदान में अवामी इजलास होगा। मांझी ने एक के बाद एक मिसाल और के जरिये एक घंटे तक नीतीश कुमार और उनके साथियों को जम कर घेरा।

कोंफ्रेस में साबिक़ वज़ीर नरेंद्र सिंह, वृशिण पटेल, शाहिद अली खान, भीम सिंह, महाचंद्र प्रसाद सिंह, सम्राट चौधरी, विनय बिहारी व नीतीश मिश्र, साबिक़ एमपी जगदीश शर्मा व उनके बेटे राहुल शर्मा, एमएलए राजीव रंजन, अजय प्रताप, सुमित सिंह, रामेश्वर पासवान, रविंद्र राय वगैरह मौजूद थे।