रूस में जुमेरात को जी -20 की मीटिंग में दुनिया भर के तमाम लीडर मिलेंगे, जहां अमरीकी सदर शाम हुकूमत के ख़िलाफ़ फ़ौजी कार्रवाई को लेकर गहरे इख़तिलाफ़ात को दूर करने की कोशिश करेंगे।इस जद्द-ओ-जहद को ख़त्म करने के लिए ठोस क़दम उठाने को लेकर जी -20 ममालिक पर बढ़ते दबाओ के साथ ही अक़वाम-ए-मुत्तहिदा ने ऐलान किया है कि शाम में अमन की बहाली पर ज़ोर देने के लिए रूस जा रहे हैं।
शाम की हुकूमत के ख़िलाफ़ हमले के लिए अमरीकी पार्लियामेंट से हिमायत मिलने के साथ ही ओबामा ने कल अपनी पहली रुकावट तो पार कर लिया , लेकिन वो इस हमले के लिए बैन-उल-अक़वामी हिमायत चाह रहे हैं.स्टाक होम के दौरे के दौरान उन्होंने कहा कि दुनिया ने शाम के लिए लक्ष्मण रेखा मुक़र्रर की थी और दमिशक़ के मुज़ाफ़ात में हुए मुबय्यना कीमीयाई हमले को देख कर वो चुप नहीं रह सकते।
शाम के ख़िलाफ़ मुजव्वज़ा फ़ौजी हमले के अहम मुख़ालिफ़ रहे रूसी सदर पोटन ने सेंट पीटरज़ बर्ग में मुनाक़िद इजलास के मौक़े पर ख़बरदार किया कि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की सलामती कौंसल की इजाज़त के बगै़र दमिशक़ के ख़िलाफ़ मग़रिब की फ़ौजी कार्रवाई क़बूल नहीं होगी.अमरीकी खु़फ़ीया एजैंसी के मुताबिक़, विदोएएव के क़बज़े वाले दमिशक़ के मुज़ाफ़ात में हुए सरीन गैस के हमले में 1,400 से ज़्यादा लोग मारे गए थे।