जोहांसबर्ग
महात्मा गांधी के मुजस्समे कि अवाम के ग्रुप ने बेहुर्मती की जिस में कई बकीट सफ़ैद पेंट इस पर उंडेल दिया जबकि ये ग्रुप नसली परस्ती पर मबनी तंज़िया नारा लगा रहा था। ये वाक़िया कल पेश आया। ग्रुप दोपहर के वक़्त तीन बकीटों के साथ एक कार में मुजस्समे के पास पहुंचा और मुजस्समे पर और अतराफ़-ओइ-काफ की तख़्तीयों पर जिन पर जुनूबी अफ़्रीक़ा में गांधी की तारीख़ तहरीर थी सफ़ैद पेंट उंडेल दिया ।
हिफ़ाज़ती गार्ड्स ने कहा कि उन के साथ प्ले कार्ड्स थे जिन पर तहरीर था नसल परस्त गांधी का ज़वाल ज़रूरी ये मुजस्समा शहर के क़लब में नसब है और समझा जाता है कि दुनिया भर में वाहिद मुजस्समा है जिस में गांधी जी को कमरे अदालत में एक नौजवान वकील के लिबास में मलबूस दिखाया गया है।
ये मुजस्समा पब्लिक ट्रांसपोर्ट के मर्कज़ी चौराहे पर नसब है जिस का नाम गांधी चौक रखा गया है क्योंकि जिन दफ़ातिर में क़ानून पर उन के शहर में क़ियाम के दौरान अमल किया जाता था इस चौक के अतराफ़ वाक़्य है। सिक्योरिटी गार्ड ने कहा कि उन्हें रोका नहीं जा सका क्योंकि गांधी जी नसल परस्त शख़्स थे।